नई दिल्ली. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) बजट (Budget 2022-23) पेश कर रही हैं. वह मोदी सरकार का 10वां बजट पेश कर रही हैं और बतौर वित्त मंत्री अपना चौथा बजट पेश कर रही हैं. वित्त मंत्री ने बताया कि नेशनल एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) यानी बैड बैंक ने अपना कामकाज शुरू कर दिया है.
आईबीए को सौंपा गया था ‘बैड बैंक’ स्थापित करने का काम उल्लेखनीय है कि भारतीय बैंक संघ यानी आईबीए (Indian Banks’ Association) को ‘बैड बैंक’ स्थापित करने का काम सौंपा गया था. बैड बैंक या एनएआरसीएल (National Asset Reconstruction Co. Ltd) लोन के लिए सहमत मूल्य का 15 फीसदी नकद में भुगतान करेगा और बाकी 85 फीसदी सरकार की गारंटी वाली सिक्योरिटी रिसीट्स में होगा. हाल ही में आईबीए ने एनएआरसीएल की स्थापना के लिए लाइसेंस हासिल करने के लिए आरबीआई के पास आवेदन दिया था.
क्या है बैड बैंक
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैड बैंक कोई बैंक नहीं है बल्कि ये एक एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (ARC) है. जी हां, बैंकों के डूबे कर्ज को इस कंपनी के पास ट्रांसफर कर दिया जाएगा. इससे बैंक आसानी से ज्यादा लोगों को लोन से दे सकेंगे और इससे देश की आर्थिक ग्रोथ रफ्तार पकड़ेगी.
75 जिलों में 75 डिजिटल बैंक स्थापित किए जाएंगेलोकसभा में budget 2022-23 पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंक स्थापित किए जाएंगे. ये बैंक व्यावसायिक बैंक स्थापित करेंगे, जिससे कि डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा मिलेगा. देश के सभी पोस्ट ऑफिस को कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का अगला चरण ईज ऑफ लिविंग जल्द ही शुरू किया जाएगा.