पुलिस ने दोनों से ठगी के दो लाख 72 हजार रुपये, मोबाइल फोन और आधार कार्ड बरामद किया है. पुलिस दो दिन के रिमांड में पूछताछ कर रही है. पुलिस को दी शिकायत में गुरुग्राम के रहने वाले गगन बहादुर ने बताया कि उसकी रानी केसी नाम की एक युवती से एफबी पर दोस्ती हुई थी. बाद में उसने कनाडा बुलाने का झांसा देकर वीजा के लिए एक एजेंट का नंबर भी दिया. आरोपितों ने उसे चंडीगढ़ के सेक्टर-17 बस स्टैंड बुलाकर तीन लाख रुपये भी ले लिए.
कुछ दिन बाद आरोपित ने वीजा नहीं देने की बात बोल भाग निकले, जिसके बाद एसएसपी को शिकायत दी. जांच में सामने आया कि आरोपित पुनीत अग्रवाल वाइस चेजर एप के जरिए लड़की की आवाज में लोगों से बातचीत कर उन्हें अपने झांसे में फंसाता था. जबकि, राजेश जाली दस्तावेजों पर सिम कार्ड लेता था. गगन बहादुर का फंसाने के बाद 10 फरवरी को राजेश अपने बहनोई के साथ कार से चंडीगढ़ आया था.
आरोपित ने गगन से रानी केसी की तरफ से बताए नाम विजय का आधार कार्ड दिखाकर उससे पैसे ले लिए. शिकायत मिलने के बाद सेक्टर-17 थाना प्रभारी ओमप्रकाश के सुपरविजन में सेक्टर-22 चौकी इंचार्ज सुरेंदर सहित टीम आरोपितों को दबोचने में लग गई. 14 फरवरी को लोकेशन ट्रेस होने पर टीम हरिद्वार पहुंची और वहां से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया.