Duplicate English Brand Liquor: जिला मंडी के सुंदरनगर के जहरीली शराब मामले के बाद उजागर हुए जहरीली शराब मामले को लेकर देश के विभिन्न राज्यों और हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में छानबीन की चल रही है।इस मामले के उजागर होने के बाद अब यह बात सामने आई है कि शराब माफिया ने सिर्फ देसी शराब संतरा ब्रांड के साथ छेड़छाड़ करके ही नकली शराब तैयार नहीं की है, बल्कि अंग्रेजी ब्रांड की भी नकली शराब बिकती है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण है रविवार देर शाम शाहपुर थाना के तहत नेरटी पंचायत से सटे योल झरेड़ में एक घर से 66 बोतलें नकली शराब बरामद की है।
बड़ी बात यह है कि आरोपित राकेश कुमार के घर से जो शराब बरामद हुई है, उनके ब्रांड नाम ऐसे हैं, जो सामान्य तौर पर बाजार में न तो बिकते हैं और न ही किसी ने सुने हैं। नशा माफिया ने अपने ही हिसाब से नाम देकर नकली शराब तैयार कर ली है।
पुलिस टीम ने इसमें 40 बोतल रेस विस्की, साढ़े 11 बोतल हिमालयन मोंक रम व मैजिक मूमेंट की तीन बोतल और एक पेटी यानी 12 बोतल काला अंगूर ब्रांड की देसी शराब बरामद की है। सामान्य तौर पर इस ब्रांड की न तो शराब ठेकों में मिलती है और न ही अन्य किसी बीयर बार में ये ब्रांड मिलते हैं। इसके अलावा जो व्यक्ति शराब समेत पकड़ा गया है कि न ही उसका कोई शराब ठेका है और न ही शराब की कोई फैक्टरी, जोकि यह पिछले लंबे समय से शराब के कारोबार से जुड़ा हुआ है।
यहां बता दें कि सुंदरनगर में जहरीली शराब मामले के आरोपितों ने कांगड़ा में 450 पेटी शराब भेजी थी। इसकी तलाश के लिए कांगड़ा पुलिस ने जिला के अधिकतर शराब ठेकों में दबिश दे दी है, लेकिन अभी तक सिर्फ एक पेटी ही नकली शराब बरामद हुई है। जिसमें शाहपुर नेरटी के शराब ठेके से 21 जनवरी को जहरीली शराब बरामद हो पाई है, शेष 449 पेटी जहरीली शराब का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
सीधे लोगों तक पहुंचाई जा रही नकली शराब
कांगड़ा में भेजी गई जहरीली शराब अभी भी चुपचुप तरीके से बेची जा रही है। नशा तस्कर यह शराब चुपचाप तरीके से लोगों तक पहुंचा रहे हैं। जिला मुख्यालय धर्मशाला में भी एक व्यक्ति कचहरी क्षेत्र में डिमांड के हिसाब से लगभग दूसरे दिन शाम छह से सात बजे के बीच 150 रुपये प्रति बोतल के हिसाब से शराब पहुंचा रहा है। बड़ी बात यह है कि यह व्यक्ति सिर्फ अपने पुराने ग्राहकों को ही सप्लाई देता है। धर्मशाला के ही घरोह व सुधेड़ क्षेत्र में भी इसी तरह गुपचुप तरीके से जहरीली शराब अभी तक बेची जा रही है।