जो कांग्रेस के नेता ऊंची-ऊंची बातें कर रहे थे। आज सत्ता में नहीं हैं तो उनके हौसले देखिए, उनके लोगों और उनके पदाधिकारियों को देखें, कैसे व्यवहार हो रहा है। सीएम बोले, जांच निष्पक्ष हो रही है।
ऐसे लोग जांच होने दें। ऊंचे बोलने से कुछ नहीं होने वाला है। जांच में बहुत सी चीजें पिछली भी निकल रही हैं। अभी बहुत सारी चीजें निकलने वाली हैं। थोड़ा सा इंतजार करने की जरूरत है।
फोटो तो किसी के साथ भी खींचा जा सकता है :
सीएम जयराम ने मुकेश अग्निहोत्री का नाम लिए बगैर कहा कि विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि शुरुआत जयराम ने की है तो वे खत्म करेंगे। क्या खत्म करेंगे, वे सात लोग उस साजिश में शामिल नहीं थे, मगर उन्हें जीवन खोना पड़ा है। कांग्रेस नेताओं को सोचना चाहिए कि फोटो किसी के साथ भी खींचा जा सकता है। चलते-चलते भी खींचा जाता है। कई बार आग्रह भी कर लेते हैं कि फोटो खींचने हैं, मगर पदाधिकारी तो किसी को जबरदस्ती नहीं बना सकते हैं। पदाधिकारी तो बनाया गया है। किन लोगों की संस्तुति पर बनाया गया है तो परेशान क्यों हैं।