आनन-फानन में उनके द्वारा परिवार जनों को सूचित किया गया, उसके बाद गांव के सभी लोग इकट्ठा हो गए। दूसरी तरफ वहीं अग्निशमन विभाग को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया। बता दें कि 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। परिवार के मुखिया दिहाड़ी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।
अपनी मेहनत की कमाई करके सारा सामान इकट्ठा किया था, लेकिन अब कुछ शेष नहीं रहा। पटवारी ऐहजु अजय कुमार रात ही मौके पर पहुंचे, इसके साथ ही अग्निशमन विभाग मौके पर पहुंचे। रड़ा गांव में किसी भी तरह से सड़क सुविधा न होने के चलते आग बुझाने में इतनी मशक्कत करनी पड़ी।
अगर सड़क सुविधा होती तो शायद आग से इतना ज्यादा नुकसान नहीं होता। परिवार के पास अब कुछ भी बाकी नहीं है। सभी लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि इन परिवार को उचित सहायता की जाए।