इन संपत्तियों की जानकारी सीआईडी और पुलिस की संयुक्त विशेष जांच टीम (एसआईटी) को मिली थी। जांच में यह पता चल गया था कि कैसे इन संपत्तियों को सस्ती दरों पर खरीदा दिखाया गया, जबकि उनके लिए कई गुना ज्यादा रकम नकद में चुकाई गई। अभी तक मुख्य आरोपी की पत्नी और बेटी ऑस्ट्रेलिया में हैं। ऐसे में कानूनी तौर पर उनकी संपत्तियों को जब्त या कुर्क करना ईडी या एसआईटी के लिए मुश्किल था।
अब कोर्ट की ओर से उन्हें भगोड़ा घोषित करने के बाद दोनों के नाम दर्ज अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए एजेंसियों के हाथ खुल गए हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस जल्द भगोड़ा घोषित होने की सूचना को ऑस्ट्रेलिया की सरकार तक पहुंचाने की जुगत में लगी है, ताकि वहां की सरकार भारत के साथ पूर्व में की गई द्विपक्षीय संधि के अनुसार भगोड़े अपराधी को भारत भेज दे। इसके बाद उनके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलवाया जा सके।
अब कोर्ट की ओर से उन्हें भगोड़ा घोषित करने के बाद दोनों के नाम दर्ज अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए एजेंसियों के हाथ खुल गए हैं। सूत्रों के अनुसार पुलिस जल्द भगोड़ा घोषित होने की सूचना को ऑस्ट्रेलिया की सरकार तक पहुंचाने की जुगत में लगी है, ताकि वहां की सरकार भारत के साथ पूर्व में की गई द्विपक्षीय संधि के अनुसार भगोड़े अपराधी को भारत भेज दे। इसके बाद उनके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलवाया जा सके।