उन्होंने बताया कि ये प्लास्टिक के चावल नहीं हैं। प्लास्टिक के चावल का जो मुद्दा है वह निराधार है और यह MDM सप्लाई के चावल हैं जोकि गलती से डिपुओं में पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्ताओं ने ये चावल लिए हैं वे इन चावलों को बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि फिर भी उन्होंने चावल के सैंपल भरे हैं और आगामी कार्रवाई अमल में लाई है। वहीं दूसरी ओर सस्ते राशन की दुकानों के विक्रेताओं का कहना है जैसे ही उपभोक्ताओं से उन्हें खराब चावल की शिकायतें मिलना आरम्भ हुईं तो उन्हीने तुरन्त इस सन्दर्भ में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया।