प्राप्त जानाकरी के अनुसार, उन्हें सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था और वह लगातार चेस्ट कंजेशन की शिकायत कर रहे थे। डा. मनमोहन सिंह की जांच के लिए एम्स एक मेडिकल बोर्ड बना रहा है, जिसको अध्यक्षता एम्स के निदेशक डाक्टर रणदीप गुलेरिया हेड करेंगे।
2004 से 2014 तक पीएम रहे मनमोहन सिंह इसी साल कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। उन्हें 19 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव होने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 29 अप्रैल को उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर से छुट्टी दे दी गई थी। मनमोहन सिंह को शुगर की भी बीमारी है। पूर्व पीएम की दो बायपास सर्जरी भी हो चुकी है।
उनकी पहली सर्जरी साल 1990 में यूनाइटेड किंगडम में हुई थी, जबकि 2009 में एम्स में उनकी दूसरी बायपास सर्जरी की गई थी। पिछले साल मई के महीने में भी उन्हें बुखार के चलते अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। अभी इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है।