30 साल बाद पक्की हो रही सनारली-रायगढ़-जंजैहली सड़क टारिग एक दिन में ही उखड़ना शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के हलके सराज को यह सड़क करसोग से जोड़ती है। 25 किलोमीटर लंबी इस सड़क का सात करोड़ 40 लाख का टेंडर हुआ है, लेकिन टारिग के पहले ही दिन उखड़ने से इसके निर्माण पर सवाल खड़े हो गए हैं।
लोगों का कहना ठेकेदार को जून 21 तक काम को पूरा करना था, लेकिन अभी तक काम 60 फीसदी ही पूरा हुआ है। रविवार को टारिग कुछ ही दूरी तक हुई थी और सोमवार को सड़क निर्माण की असलीयत जगजाहिर हो गई।
उपप्रधान गुडाह टिक्कम राम, सनारली के अजय ठाकुर, मोहर सिंह, तारा चंद, टिकम, हेमराज, राजेश कुमार, दीवान चंद ने कहा कि ठेकेदार ने सड़क बनवाते समय न ही साफ सफाई करवाई और न ही अच्छी सामग्री का प्रयोग किया।
उधर, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अजय गुप्ता ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि टारिग को लोगों ने हाथ से उखाड़ा है। मामला मेरे संज्ञान में आया है। सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं।
जब तक रिपोर्ट नहीं आती तब तक काम बंद रहेगा। अगर टारिंग डालने में घटिया सामग्री का प्रयोग हुआ होगा तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को शंकर देहरा गांव के कुछ युवकों ने सड़क पर लगाई गई सामग्री को ग्रामीणों द्वारा हाथों से उखाड़ते हुए वीडियो वायरल किया। इसमें बताया गया है कि ठेकेदार ने सड़क बनाने में सही सामग्री का प्रयोग नहीं किया है।
लगभग चार पंचायतों को जोड़ने वाले इस सड़क मार्ग के निर्माण तेजी लाने के आदेश मुख्यमंत्री ने दिए थे। सड़क को चौड़ा और पक्का करने का टेंडर शिमला की एक कंपनी को दिया गया है।