दूसरी ओर आयुर्वेद विभाग ने भी डाक्टरों के 200 पद भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयुर्वेद विभाग ने बीएएमएस डाक्टरों के लिए पद वित्त विभाग से मांगे हैं। इस बारे में पहले ही राज्य सरकार ने वादा किया हुआ है। वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद अगली प्रक्रिया शुरू की जाएगी। डाक्टरों की यह भर्ती पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कमीशन और बैच वाइज आधार पर होती है। वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद यह मामला कैबिनेट के सामने रखा जाएगा और इसके बाद फिर आगे की प्रक्रिया लोक सेवा आयोग को दी जाएगी। आयुर्वेद विभाग के निदेशक विनय सिंह ने बताया कि इन पदों को भरने के लिए वित्त विभाग को फाइल भेजी गई है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद ही अगली प्रक्रिया शुरू होगी, जिसका उम्मीदवार बेसव्री से इंतजार कर रहे हैं। (एचडीएम)
हाई कोर्ट पहुंची आयुर्वेद फार्मासिस्ट भर्ती
जेबीटी, जेई और जेओए आईटी की भर्ती के बाद अब आयुर्वेद फार्मासिस्ट की भर्ती भी हाई कोर्ट पहुंच गई है। इन पदों पर वर्तमान सरकार ने पहली बार बैच वाइज भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। एक ओर जहां इस भर्ती के लिए दस्तावेजों की स्क्रीनिंग चल रही है, वहीं दूसरी ओर एससीवीटी से आयुर्वेदिक फार्मेसी कोर्स किए हुए अभ्यर्थी हाई कोर्ट चले गए हैं। इनकी मांग है कि प्रदेश से बाहर से यह कोर्स करके आए अभ्यर्थियों को इसमें शामिल न किया जाए। हालांकि हाई कोर्ट में इस याचिका पर अभी विभाग से जवाब मांगा गया है। भर्ती प्रक्रिया पर रोक नहीं लगी है।