सबसे अहम बात है कि किन्नौर (Kinnour) जिले में मौसम साफ बना हुआ है, जबकि दूसरे जिलों में देर रात से बारिश हो रही है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, लैंडस्लाइड में एक सूमो गाड़ी, जिसमें आठ लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा, एक ट्रक, एक बस, एक बोलेरो गाड़ी और दो कारें चपेट में आई हैं. गुरुवार सुबह बस का मलबा सड़क से 500 मीटर नीचे और सतलुज नदी से 200 मीटर मिला है. डिप्टी कमाडेंट आईटीबीपी धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया कि दो शव मिले हैं और बस का मलबा भी मिला है।
बस के ड्राइवर-कंडक्टर समेत 13 घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी भावानगर पहुंचाया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है. दिन में राहत-बचाव कार्य तेजी से चलता रहा, लेकिन पहाड़ से पत्थर गिरने से रेस्क्यू अभियान में परेशानी आती रही।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jairam Thakur) ने प्रदेश विधानसभा में बुधवार को सदन को अवगत कराया कि टीमें राहत के लिए मौके पर पहुंच गई हैं. सेना से हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने के लिए सरकार बातचीत कर रही है. घायलों के उपचार के लिए निकट के अस्पताल में व्यवस्था कर दी गई है. जिला किन्नौर के डीसी और एसपी पूरी टीम के साथ तैनात हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर दुख जताया है. साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को फोन कर राहत और बचाव कार्य की जानकारी ली है. पीएम दफ्तर ने हादसे के मृतकों को दो लाख रुपये मदद का ऐलान किया है. अमित शाह ने भी आईटीबीपी के डीजी से बात कर मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि किन्नौर जिले में भूस्खलन बेहद परेशान करने वाला है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित क्षेत्र में हरसंभव मदद करने के लिए कहा है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से करीब 200 किमी दूर किन्नौर के चौरा और निगुलसरी के बीच यह लैंडस्लाइड हुई है. एचआरटीसी (HRTC) के बस ड्राइवर ने पहले बस रोक दी थी. क्योंकि पहाड़ी से पत्थर गिर रहे थे. जैसे ही वह आगे हालात का जायजा लेने के बाद लौटे तो बड़ी पत्थर गिर गए और बस चपेट में आ गई. बस के कंडक्टर ने बताया कि वह चट्टान के नीचे छुप गए थे और तब जाकर उनकी जान बची।
हादसे में रोहित, पुत्र स्व. सैंज राम, उम्र 22-25, गांव क्याओ रामपुर, विजय कुमार (32), पुत्र जगदीश चंद, निवासी झोल जिला हमीरपुर, मीरा देवी, पति चंद प्रकाश, गांव ननसपो, तहसील निचार, नितिशा नेगी, पुत्री प्रीतम सिंह, गांव सुगरा, जिला किन्नौर, प्रेम कुमारी, पत्नी सनम, भाटू गांव लबरंग, जिला किन्नौ, कमलेश कुमार, पुत्र शिव राम, गांव रेछूता, सोलन, वंशिका, पुत्री विपिन, गांव सापणी, किन्नौर, ज्ञान दासीए पत्नी भाग चंद, गांव सापणी किन्नौर, देवी चंद, पुत्र धर्मसुख, गांव पैलिंगी, किन्नौर और एक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।
वहीं, घायलों में प्रशांत, पुत्र तिलक राज गांव ढेला जिला ऊना, वरून मेनन, पुत्र सतीश चंद, गांव ढेला, जिला ऊना, राजेंद्र, पुत्र रमेश चंद, गांव टिक्कर, डाकघर भलेट, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर, दौलत, पुत्र अभिचंद, गांव पानवी, तहसील निचार, जिला किन्नौर, चरण जीत सिंह, पुत्र गुरूदयाल सिंह, निवासी ललीनकाला, डाकघर भूलेपूर, तहसील सरड़, जिला फतेहगढ़ साहिब पंजाब, चालक मोहिंद्र पाल, पुत्र मुंशी राम, गांव चिला, डाकघर नवा, तहसील सदर, जिला बिलासपुर, परिचालक गुलाब सिंह, पुत्र जाकी राम, निवासी वयामला, तहसील सदर, जिला मंडी, सवीन शर्मा, पुत्र नवीन, नेपाल, जापती देवी, पत्नी कर्मानंद, गांव बौंडा, तहसील रामपुर, जिला शिमला, चंद्र ज्ञान, पुत्र शम्मुराम, निवासी रूशखलंग, डाकघर ज्ञाबुंग, तहसील पूह, जिला किन्नौर, अरूण, पुत्र हीरा लाल, निवासी बौंडा, तहसील रामपुर, जिला शिमला, अनिल कुमार परिचालक अंजली बस और कलजंग नेगी, निवासी स्कीबा, तहसील मूरंग, जिला किन्नौर शामिल हैं.