जानें क्या है पूरा मामला:
मिली जानकारी के अनुसार महिला दिनांक 02-08-2021 को महिला बतराहन पंचायत घर BPL प्रमाण पत्र लेने गई थी उस दौरान पंचायत सचिव ने बीपीएल प्रमाण पत्र देने सेे मना कर दिया उसकेे बाद कहा की वार्ड पंच ने आपका बीपीएल सूची से नाम कटवा दिया है महिला ने वार्ड पंच को फोन किया तो वार्ड पंच ने कहा की मैंने आपका नाम नहीं कटवाया है। वार्ड पंच ने सचिव को कहां की आप मेरेे बारे मैं झूठी अफवाहें क्यों फैला रहे हो तो उसके बाद पंचायत सचिव ने महिला को कहा की आपका नाम प्रधान ने कटवाया है।
उसकेे बाद तुरंत महिला ने प्रधान को फोन लगाया और पूछा की क्या आपने मेरा नाम बीपीएल सूची सेे कटवाया है तो प्रधान से जवाब मिला की ना ही वार्ड पंच ने और ना ही ग्रामीणोंं ने आपका नाम बीपीएल सूची से कटवाया है परंतु पंचायत सचिव ने खुद अपनी मर्जी से आपका नाम बीपीएल सूची से काटा है। तभी पंचायत सचिव महिला पर भड़क गया और कहने लगा 'आ गए आदिवासी उठकर' पंचायत सचिव ने कहा- की मैंने ही बीपीएल सूची से नाम काटा है 'जो करना है कर लो'
क्या पंचायत सचिव के पीछे कोई बड़े नेता का हाथ है जिससे पंचायत सचिव को प्रशासन का कोई डर ही नहीं है ? क्या इसी कारण से यह गरीब लोगों को तंग कर रहा है?
उधर, महिला ने पुलिस को शिकायत दे दी है और पंचायत सचिव के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।