दरअसल, स्कूल में कंप्यूटर और तकनीकी सेटअप लगाया जाना था. इस पर कंप्यूटर विक्रेता से 20 फीसदी कमीशन की मांग की गई. इसका एक ऑडियो में में खुलासा हुआ. बता दें कि तारूवाला स्कूल को उत्कृष्ट पाठशाला बनाने के लिए सरकार से फंड प्राप्त हुआ है, जिसमें से आठ लाख का बजट स्मार्ट कक्षाओं के लिए था. इसकी एवज में स्कूल प्रवक्ता ने स्मार्ट कक्षाओं के लिए कंप्यूटर की खरीद को लेकर कंपनी से 20 प्रतिशत रिश्वत की मांग की थी।
पंजाब के रूप नगर की वुड स्क्वायर टेक्नोलॉजी कंपनी के सेल्समैन की ओर से शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ब्यूरो नाहन की टीम ने जांच शुरू कर दी है. कंपनी के सेल्समैन ने फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया था. विजिलेंस ने दोनों के खिलाफ पीसी एक्ट की धारा सात के तहत मामला दर्ज किया है.