परिवार की मुखिया 71 वर्षीय दोपाली देवी ने बताया कि उन्हें बताया गया कि सिक्योरिटी के लिए 3 से 4 हजार रुपये जमा करवाने होंगे, जिसके डर से उन्होंने कनेक्शन नहीं लिया. उनके बेटे किशन चंद ने बताया कि बिजली कनेक्शन के लिए आज दिन तक उनकी किसी ने कोई मदद नहीं की, यहां तक कि पंचायत ने भी नहीं।
किशन चंद के परिवार में चार लोग हैं, जिसमें 71 वर्षीय बूढ़ी मां, एक दिव्यांग बेटी और एक बेटा है. पत्नी का काफी समय पहले देहांत हो चुका है. बेटी मानसिक रूप से बीमार है और बेटा भी गरीबी के कारण आगे नहीं पढ़ पा रहा है. किशन चंद ने बताया कि 30 साल पहले उसके पिता को पंचायत की तरफ से घर बनाने के लिए जो पैसे मिले थे, उससे उस वक्त कच्चा मकान बनाया था और उसी में यह परिवार जीवन यापन कर रहा है. पंचायत की तरफ से कुछ समय पहले शौचालय निर्माण करके दिया गया है, लेकिन पक्के मकान के लिए पैसा नहीं मिल पाया है. परिवार बीपीएल श्रेणी में शामिल है. वहीं, क्षेत्र के बीडीसी सदस्य परमा नंद ने सरकार से गुहार लगाई है कि परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए बिजली का कुनेक्शन निशुल्क मुहैया करवाया जाए और पक्के घर के लिए भी जल्द पैसा दिया जाए।
वहीं जब इस बारे में विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता ई. मनोज पूरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ’’मीडिया के माध्यम ये यह मामला उनके ध्यान में आया है. परिवार को जल्द ही बिजली की कनेक्शन दिलाया जाएगा और विभाग उक्त परिवार की हर संभव मदद करेगा. सरकार ने ऐसे परिवारों के लिए मुख्यमंत्री रोशनी योजना चला रखी है और इस योजना के तहत इस परिवार को कुनैक्शन मुहैया करवाया जाएगा।