नशा निवारण केंद्र चलाने वाले आशीष शर्मा ने बताया कि आरोपी प्रशांत धर्माणी करीब ढाई महीने इसी केंद्र से डिस्चार्ज हुआ था. लेकिन बाद में उसने फिर से नशा करना शुरू कर दिया था. इसको लेकर आरोपी के भाई का फोन आया था कि उसे फिर से अपने केंद्र में इलाज के लिए रखा जाए. इस पर आशीष ने कहा था कि वो उसे यहां नहीं रख सकता क्योंकि उसने पहले भी यहां काफी नुकसान किया है, इसलिए उसे किसी दूसरे रिहैबिलिटेशन सेंटर में रखें. आशीष ने ऐसे दो केंद्रों के नंबर भी प्रशांत के भाई को दिए थे।
आशीष ने बताया कि 16 जुलाई की शाम प्रशांत केंद्र के बाहर पहुंचा. उसके साथ दो गाड़ियों से अन्य लोग भी आए थे. आरोपी केंद्र के भीतर अपने एक साथी के साथ घुसा. यहां मौजूद मुकुल नाम के एक कर्मचारी को कट्टा दिखाकर पूछा कि रिपू (आशीष शर्मा का निक नेम) कहां है. यह देख मुकुल डर गया और उसने आशीष को फोन मिला दिया. आशीष के मुताबिक प्रशांत धर्माणी ने उसने फोन पर गालियां दी और उसके कर्मचारी मुकुल की लात-घूंसों से पिटाई कर दी. साथ ही आरोपियों ने कमरे में तोड़फोड़ भी की. आशीष ने आरोप लगाया कि प्रशांत ने मुकुल से 20 हजार रुपये भी लूट लिए जो केंद्र का किराया देने के लिए रखा था।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन जब तक आरोपी अपने साथियों के साथ वहां से फरार हो चुका था. डीएसपी हेडक्वार्टर कमल वर्मा ने वारदात की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी के खिलाफ बालूगंज थाना ने IPC की धारा 504,506, 452,454,380,34 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाएगा. पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है।