हिमाचल में बाहर से आने वाले लोगों के लिए सरकार की ओर से कोविड ई-पास की व्यवस्था जारी रखी गई है, ऐसे में यदि इंटर स्टेट बस सेवा को बहाल किया जाता है तो फि र बाहर से आने वाले लोगों की मॉनीटरिंग करने में भी परेशानी सामने आएगी। अधिकारियों का कहना है कि इंटर स्टेट बसों के चलने से कोविड ई-पास की मॉनीटरिंग करने के लिए व्यवस्था तैयार करनी होगी। उसके बाद ही इंटर स्टेट बसों को बहाल किया जा सकता है। उधर, एचआरटीसी अधिकारियों का कहना है कि इंटर स्टेट बसों के संचालन को लेकर फैसला सरकार की ओर से लिया जाएगा। सरकार की ओर से जैसे ही इंटर स्टेट बसों के संचालन के लिए आदेश दिए जाते हैं निगम बसें चलाना शुरू कर देगा।
इंटर स्टेट बसें न चलने से प्रदेश के लोगों को हिमाचल से बाहर जाना महंगा पड़ रहा है। लोगों को दिल्ली व चंडीगढ़ जाने के लिए टैक्सियां बुक करनी पड़ रही हैं। बसों में जहां बाहर जाने के लिए 500 से 1000 रुपए का किराया देना पड़ता था, वहीं टैक्सियों में 3 हजार से 7 हजार रुपए देने पड़ रहे हैं। शिमला से चंडीगढ़ जाने के लिए टैक्सी चालक 2800 रुपए जबकि दिल्ली के लिए 7 हजार से 7500 रुपए ले रहे हैं, वहीं जम्मू के लिए 9 हजार रुपए में टैक्सी बुक हो रही है।