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शिमला, 08 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पकड़ी गई 19 साल की लड़की और उसके साथी से हुई पूछताछ ने नशा नेटवर्क की ऐसी परतें खोल दी हैं कि पुलिस से लेकर स्थानीय लोग तक हैरान हैं। तीन दिन पहले मामूली लग रहे इस चिट्टा केस ने अब एक बड़े रैकेट की तरफ इशारा कर दिया है।
चिट्टे के साथ 19 वर्शीय लड़की अरेस्ट
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लड़की ने पूछताछ में ऐसे चौंकाने वाले खुलासे किए हैं- जिनसे साफ है कि नशे का जाल सिर्फ युवाओं में नहीं, बल्कि शहर के भीतर गहराई तक फैला हुआ है। इन खुलासों के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
लड़की ने खोले नशा तस्करों के राज
लड़की ने पुलिस को पूरी सच्चाई बताई है कि-
कैसे वो नशा तस्करों से मिली?
कैसे उसे नशे की लत लगी?
कब से वो नशे का सेवन कर रही थी?
उसके साथ कौन-कौन लोग शामिल थे?
उसके साथ क्या-क्या हुआ?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बीते गुरुवार को छोटा थाना शिमला की पुलिस टीम ने लोहर विकासनगर में एक 19 साल की लड़की अवंतिका नेगी (किन्नोर) को 5.560 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया था। लड़की किराए के कमरे में अपने एक दोस्त अभिषेक शर्मा (22) निवासी हमीरपुर के साथ मौजूद थी।
लड़की ने उगला पूरा सच
थाने में जब लड़की से पूछताछ की गई तो लड़की ने पुलिस को ऐसी सच्चाई बताई- जिसे सुनकर वहां मौजूद हर कोई दंग रह गया। लड़की ने बताया कि उसके माता-पिता का विवाद चलता रहता था और उससे वो बहुत परेशान थी।
पांच साल से कर रही नशा
उसने बताया कि वो महज 8वीं कक्षा में थी- जब नशी तस्करों ने उसे नशे की लत लगा दी। पिछले करीब 5 साल से नशे का सेवन कर रही है। उसके खिलाफ पहले से चिट्टा तस्करी के दो मामले दर्ज हैं।
माता-पिता ने छोड़ा साथ
लड़की ने बताया कि जब उसकी नशे की लत के बारे में माता-पिता को पता चला तो उन्होंने ने भी उसका साथ छोड़ दिया। उसने बताया कि वो पढ़ने में काफी होनहार थी, लेकिन इस नशे की लत ने सब बर्बाद कर दिया।
नशे की आड़ में शोषण
आपको बता दें कि ये ऐसा पहला मामला नहीं है- जब किसी युवती के साथ ऐसा हुआ हो। प्रदेश में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों को नशे की लत लगाने के बाद उनके दोस्त व नश तस्कर उनका शारीरिक शोषण कर चुके हैं। नशा तस्कर कई युवतियों को नशा तस्करी करने में लगा चुके हैं। एक 18 साल की लड़की के साथ ऐसा ही कुछ हुआ था- जब नशे की लत को पूरा करने के लिए वो शारीरिक शोषण करवाने को मजबूर हो गई।
नशे के साथ 100 लड़कियां अरेस्ट
मामले की पुष्टि करते हुए SSP शिमला संजीव कुमार गांधी ने बताया कि इलाके में काफी युवा नशे की खरीद-फरोख्त में संलिप्त हैं। उन्होंने कहा कि नशे की आड़ में तस्कर युवतियों का शोषण कर रहे हैं। पिछले तीन सालों में पुलिस टीम ने बड़ी संख्या में युवाओं को नशे के साथ गिरफ्तार किया है- जिनमें करीब 100 लड़कियां शामिल हैं।
14 साल से कर रही नशा
यह बेहद चिंता की बात है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई ज्यादातर लड़कियां स्कूल-कॉलेज की हैं। इन लड़कियों की उम्र 18 से 25 साल के बीच है। जांच में ये खुलासा हुआ है कि ज्यादातर लड़कियों को नशे की लत 14 से 16 साल की उम्र के बीच लगा दी गई थी।
बच्चों पर निगरानी रखें मां-बाप
जनता से अपील करते हुए उन्होंने ने कहा कि अपने बच्चों पर नियमित निगरानी रखें और उन्हें नशे से दूर रखें। उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस नशा तस्करों का नेटवर्क तोड़ने के लिए रात-दिन काम कर रही है। मगर आम जनता को भी पुलिस का सहयोग करना होगा- ताकि जल्द से जल्द हिमाचल को नशा मुक्त बनाया जा सके और प्रदेश की युवा पीढ़ी को बचाया जा सके।
स्कूलों-कॉलेजों के पास तस्कर सक्रिय
उन्होंने बताया कि शिमला में अन्य जिलों की युवतियां पढ़ाई कर रही हैं। ज्यादातर युवतियां यहां अकेले किराए के कमरे में रह रही हैं। इसी बात का फायदा उठाकर नशा तस्कर किसी तरह से लड़कियों से संपर्क कर रहे हैं। स्कलों व कॉलेजों के पास ये नशा तस्कर काफी सक्रिय रहते हैं। नशा तस्कर पहले लड़कियों व युवतियों को नशे की लत लगवाते हैं और फिर उनका शारीरिक व वित्तीय तौर पर शोषण करते हैं।
परिवारों को बर्बाद कर रहा नशा
विदित रहे कि, पिछले 10 दिनों में, शिमला-मंडी-कुल्लू-नालागढ़ में चार युवकों की चिट्टे के ओवरडोज के कारण मौत हो गई। हिमाचल सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए मुहीम शुरू की है। हिमाचल पुलिस द्वारा चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। मगर फिर भी ये कारोबार कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
