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शिमला, 06 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के ऊना के एसडीएम विश्व देव मोहन चौहान के लिए राहत भरी खबर है. रेप केस में फंस एसडीएम दो सप्ताह से अंडरग्राउंड चल रहे है. ऐसे में हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई और एसडीएम को अग्रिम जमानत मिल गई है. फिलहाल, मामले की अगली सुनवाई 16 अक्तूबर को होगी. कोर्ट ने आरोपी एसडीएम को जांच में शामिल होने के लिए कहा है।
जानकारी के अनुसार, एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान पर महिला खिलाड़ी ने शादी का झांसा देने के बाद शारीरिक संबध बनाने के आरोप लगाते हुए रेप का केस दर्ज करवाया था. इस पर एसडीएम ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगा थी।
सोमवार को शिमला में हाईकोर्ट की कोर्ट-10 में न्यायाधीश राकेश केंथला की अदालत में मामले की सुनवाई हुई और फिर न्यायाधीश ने दोनों पक्षों के तर्क वितर्क सुनने के पश्चात याचिकाकर्ता को अंतरिम जमानत दे दी. कोर्ट ने एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान को इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के लिए कहा है. वहीं, जांच अधिकारी को दिनांक 16 अक्तूबर को केस स्टेट्स रिपोर्ट अदालत में पेश करने के बाद आदेश दिए हैं।
तीन बार हुई सुनवाई, एसडीएम और पीड़िता में हुआ समझौता
इस मामले पर हाईकोर्ट में तीन बार सुनवाई हुई थी. 26 सितंबर को हाईकोर्ट ने मामले पर पहली बार सुनवाई की थी औऱ फिर पुलिस से केस की रिपोर्ट मांगी थी. 27 सितंबर के बाद फिर से 3 अक्टूबर को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई तो आरोपी एसडीएम के वकील ने हाईकोर्ट को बताया था कि पीड़िता और आरोपी में समझौता हो गया है. हालांकि, हाईकोर्ट ने पीड़िता को कोर्ट में पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाने के लिए कहा था।
ऊना जिले की महिला ताइक्वांडो खिलाड़ी ने एसडीएम पर उनके दफ्तर के कोर्ट रूम में जबरन शारीरिक संबध बनाने के आरोप लगाए थे. इसके बाद महिला खिलाड़ी ने आरोप लगाया था कि ऊना के सरकारी गेस्ट हाउस में भी उसे एसडीएम ने बुलाया था और फिर 10 अगस्त को उनसे जबरन संबध बनाए. 23 सितंबर को दर्ज हुए इस केस में अब तक पुलिस आरोपी एसडीएम को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. केवल एसडीएम की ऑडी गाड़ी को जब्त किया गया है. पुलिस ने घर से लेकर कई जगह दबिश दी, लेकिन पुलिस खाली हाथ ही रही।
