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शिमला, 01 सितंबर। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित धामी लॉ यूनिवर्सिटी में रैगिंग और मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। यहां एक जूनियर छात्र ने आरोप लगाया है कि उसके सीनियर स्टूडेंट्स ने न केवल उसके साथ मारपीट की, बल्कि जान से मारने की कोशिश भी की। जिसके बाद पीड़ित छात्र ने पुलिस थाना में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।
25 छात्रों ने मिलकर घेरा
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश निवासी प्रथम वर्ष के पीड़ित छात्र अविरल पांडे ने पुलिस में दी शिकायत है कि, उनके साथ यह घटना 29 अगस्त की रात करीब एक बजे शुरू हुई। उस समय चौथे और पांचवें वर्ष के छात्र उसके हॉस्टल के आसपास उसे ढूंढते हुए पहुंचे और पिटाई की धमकी दी। जब वे उसे नहीं ढूंढ पाए तो अगले दिन दोपहर को हिसाब चुकता करने की बात कही।
30 अगस्त को लगभग दोपहर 1 बजे मारौग हॉस्टल के बाहर करीब 25 वरिष्ठ छात्र उसके चारों ओर इकट्ठा हो गए। आरोप है कि उन्होंने अविरल को घेरकर उस पर आरोप लगाया कि उसने हीरल शर्मा नामक छात्रा से अभद्र टिप्पणी की है। अविरल के अनुसार यह आरोप पूरी तरह निराधार है और केवल बहाना बनाकर उस पर हमला किया गया।
SC-ST एक्ट के केस में फसाने की भी धमकी
शिकायत में कहा गया है कि मारपीट के दौरान कुछ छात्रों ने उसे एक चट्टान से नीचे धकेलने का प्रयास भी किया। अपनी जान बचाने के लिए अविरल ने आत्मरक्षा में एक चाकू निकाला, जो उसके अनुसार पहले ही एक सीनियर छात्र से छीना गया था।
इसके बावजूद हमलावर छात्रों ने उसे धमकियां दीं और चुप रहने के लिए मजबूर किया। पीड़ित ने आगे बताया कि, आरोपियों ने उसे यह भी चेतावनी दी कि यदि उसने आवाज उठाई या पुलिस में शिकायत दी, तो वे उसे झूठे SC-ST एक्ट के केस में फंसाकर करियर बर्बाद कर देंगे।
इनके खिलाफ मामला दर्ज
मामले की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि, धामी थाना पुलिस में अविरल की शिकायत पर सिद्धांत सिंह, रोहित चौहान, प्रभात जैन, रोहनीत जिंदल, राहुल मीणा, आदित्य ठाकुर, प्रियांशु और अन्य अज्ञात छात्रों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 190, 191(2) और 115(2) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
