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कुल्लू, 10 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की निरमंड तहसील के घाटू पंचायत के शमारनी गांव में सोमवार देर रात आए भूस्खलन ने पूरे क्षेत्र को गहरे शोक में डुबो दिया है। हादसे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत के बाद बुधवार को गांव के पास शमानी खड्ड किनारे उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गांव के निवासी शिवराम के परिवार के इन पांच सदस्यों की चिताएं एक साथ जलीं। शिवराम के बेटे श्याम लाल ने अपने पिता की गैरमौजूदगी में मुखाग्नि दी। इस दौरान कल-कल बहती शमानी नदी भी इस त्रासदी की गवाह बनी। ग्रामीणों ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चों के शवों को देखकर पूरा गांव गम में डूब गया और हर किसी की आंखें नम हो गईं।
गौरतलब है कि सोमवार रात करीब 1:30 बजे शमारनी गांव की पहाड़ी से अचानक भारी भूस्खलन हुआ। हजारों टन मलबा शिवराम और उसके भाई धर्मदास के घर पर गिर गया। हादसे में घर के अंदर सो रहे आठ लोग दब गए। हालांकि शिवराम, उसका भाई धर्मदास और धर्मदास की पत्नी किसी तरह बच निकले, लेकिन शिवराम की पत्नी, बेटा, बहू और दो मासूम पोते-पोतियों की मौत हो गई।
बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद शिवराम ने भारी मन से अपने परिजनों का अंतिम संस्कार किया। पंचायत प्रधान भोगा राम ने बताया कि हादसे में बेघर हुए शिवराम और धर्मदास को फिलहाल पंचायत घर में शरण दी गई है। वहीं, भूस्खलन से संभावित खतरे को देखते हुए गांव के मोती राम, कर्मदास और एक अन्य परिवार को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।
