न्यूज अपडेट्स
चंद्र ग्रहण भारत में हमेशा से धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टि से खास माना जाता है. मान्यता है कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है और कई शुभ कार्य रोक दिए जाते हैं. जिस प्रकार ग्रहण के समय नियमों का पालन करना आवश्यक है, उसी तरह ग्रहण के बाद कुछ कार्य ऐसे हैं, जो अवश्य करने चाहिए. जैसे ही ग्रहण खत्म होता है, परंपरागत रूप से लोग कुछ विशेष काम करना जरूरी मानते हैं ताकि शुद्धि और सकारात्मकता बनी रहे. साथ ही परिवार में कोई भी दोष लगा हो, तो वह भी खत्म हो जाए. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण के बाद करने के लिए कुछ कार्य बताए गए हैं, जिससे परिवार की शुद्धता बनी रहती है. आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के बाद कौन से कार्य करने चाहिए…
चंद्र ग्रहण के बाद किए जाने वाले काम
स्नान और शुद्धिकरण
चंद्र ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करना सबसे पहला और जरूरी काम माना जाता है. स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल अवश्य मिला लें, यह शरीर और मन की शुद्धि से जोड़ा जाता है.
घर की सफाई
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण के बाद घर के वातावरण शुद्ध करना चाहिए. इसके लिए पूरे घर में साफ सफाई करें और घर के मंदिर की भी अच्छे से सफाई करें. अगर संभव हो सके तो पानी में नमक मिलाकर पोंछा दे दें. चूंकि ग्रहण मध्य रात्रि में खत्म होगा तो पूरे घर में गंगाजल से छिड़काव कर दें. अगली सुबह पानी में नमक मिलाकर पूरे घर में पोंछा लगा दें. यह घर में मौजूद ग्रहण की नकारात्मकता को दूर करता है.
दान करना
चंद्र ग्रहण के बाद गरीबों या जरूरतमंदों को अन्न, कपड़े या पैसे का दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. चूंकि यह ग्रहण रात में समाप्त होगा इसलिए इन चीजों को एक जगह रख लें और अगले दिन दान कर दें. तिल, चावल, दूध, नमक, सफेद वस्त्र या चांदी का आदि सफेद चीजों का दान करना शुभ होता है, यह सभी चीजें चंद्रमा से संबंधित होती हैं, जिससे ग्रहण दोष दूर हो जाता है.
भोजन का कर दें त्याग
सूतक काल के दौरान बना हुआ भोजन अशुद्ध माना जाता है, इसलिए ग्रहण के दौरान रखा हुआ भी अन्न या पानी त्याग देना चाहिए, उसे ग्रहण पश्चात नहीं खाना चाहिए. कई लोग मानते हैं कि ग्रहण के बाद मंत्र जप और ध्यान करने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
