घुमारवीं, 13 जुलाई। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने रविवार को घुमारवीं सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम जानी और चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया।
अस्पताल परिसर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान
निरीक्षण के दौरान मंत्री धर्माणी ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में डेंगू, हैजा और अन्य जलजनित रोगों के फैलने की आशंका रहती है, अतः अस्पताल और आसपास के क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए।
मरीजों को समय पर दवाइयां और पौष्टिक आहार
मंत्री धर्माणी ने कहा कि मरीजों को समय पर दवाइयां, पौष्टिक आहार और आवश्यक देखभाल उपलब्ध कराना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी है, जिसकी अनदेखी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि मानसून के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
प्राकृतिक जल स्रोतों से प्राप्त पानी का उपयोग
मंत्री धर्माणी ने कहा कि प्राकृतिक जल स्रोतों जैसे नदियों, झीलों और हैंडपंप आदि से प्राप्त पानी को प्रयोग में लाने से पहले उसे उबालकर या फिल्टर कर ही उपयोग करें, ताकि जलजनित संक्रमण से बचा जा सके। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे जनहितकारी निर्देशों का पालन करने की भी उन्होंने अपील की।
अस्पताल प्रबंधन को निर्देश
मंत्री धर्माणी ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिए कि परिसर में जलभराव न होने पाए, नालियों की नियमित सफाई हो और मच्छरों की रोकथाम के लिए नियमित फॉगिंग करवाई जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल की साफ-सफाई और स्वच्छता को बनाए रखना बहुत जरूरी है, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
जनता से अपील
मंत्री धर्माणी ने जनता से अपील की कि वे अपने आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई का ध्यान रखें और जलभराव को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जनता का सहयोग स्वास्थ्य विभाग के लिए बहुत जरूरी है, ताकि हम सभी मिलकर जलजनित रोगों से बचाव कर सकें।