न्यूज अपडेट्स
शिमला, 22 जून। हिमाचल प्रदेश में विमल नेगी केस की परतों को खोलने में CBI एड़ी चोटी का जोर लगाती नजर आ रही है। विमल नेगी की रहस्यमयी मौत की जांच में CBI को कई सुराग हाथ लगे हैं। अब मामले में जांच की रफ्तार और भी तेज हो गई है।
CBI ने SIT के अधिकारियों से की घंटों पूछताछ
इस बहुचर्चित मामले की CBI द्वारा जांच शुरू होने के बाद अब कई अहम लोगों से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को CBI की टीम ने SIT के अधिकारियों के साथ-साथ सदर थाना के हेड कांस्टेबल से भी घंटों पूछताछ की।
जल्द हो सकती है गिरफ्तारियां
सूत्रों के अनुसार, CBI मुख्यालय शिमला में यह पूछताछ कई घंटे चली, जिसमें ASI पंकज की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया गया। बताया जा रहा है कि उस पर साक्ष्यों को नष्ट करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं, जिनकी गहनता से पड़ताल की जा रही है। CBI ने उसके द्वारा की गई कार्यवाही, घटनास्थल पर मौजूदगी और उसके बयानों की सत्यता को परखने के लिए कई दस्तावेज और रिपोर्टें तलब की हैं।
हर पहलू की गहनता से हो रही जांच
CBI सिर्फ पूर्व अधिकारियों तक सीमित नहीं रही है, बल्कि ऊर्जा निगम में वर्तमान में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। कई कर्मचारियों से इस मामले को लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है। साथ ही, बिलासपुर, हमीरपुर और शिमला से लिए गए CCTV फुटेज, दस्तावेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की भी बारीकी से जांच हो रही है।
खास बात यह है कि CBI हर पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर रही है, ताकि आगे चलकर किसी भी साक्ष्य पर सवाल न खड़े हो सकें। CBI सूत्रों के अनुसार, जिन-जिन लोगों के बयान लिए जा रहे हैं, उनमें से कुछ की जल्द ही गिरफ्तारी भी हो सकती है। इस दिशा में कानूनी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद से CBI लगातार दस्तावेज इकट्ठा करने, संदेहास्पद पहलुओं की जांच और जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका की पड़ताल में जुटी हुई है।
CBI की अगली कार्रवाई पर टिकी नजरें
अब सभी की नजरें सीबीआई की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। इस संवेदनशील मामले में न्याय की उम्मीद लगाए बैठा मृतक अभियंता का परिवार और हिमाचल की जनता चाहती है कि जल्द से जल्द सच्चाई सामने आए और दोषियों को सजा मिले।
ब्लैक डायरी और पेन ड्राइव से मलेंगे सुराग
मामले की गहराई को समझने के लिए विमल नेगी की ब्लैक डायरी और पेन ड्राइव को भी फोरेंसिक जांच के लिए जुन्गा भेजा गया है। इनसे यह अंदेशा है कि कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं, जो पूरे मामले की दिशा बदल सकते हैं। परिजनों द्वारा लगाए गए मानसिक दबाव के आरोपों की भी सीबीआई जांच कर रही है।
मामले से जुड़े प्रशासनिक दस्तावेज जैसे कि अतिरिक्त मुख्य सचिव की जांच रिपोर्ट, पूर्व DGP का शपथपत्र, और SIT द्वारा तैयार की गई स्टेटस रिपोर्ट को गहनता से पढ़ा जा रहा है। CBI ने अब तक विमल नेगी की पत्नी और भाई से दो बार अलग-अलग पूछताछ की है। एजेंसी उनके बयान और मानसिक अवस्था से जुड़ी जानकारी को भी केस का अहम हिस्सा मान रही है।
CBI को हाईकोर्ट से मिली जिम्मेदारी
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने इस संवेदनशील मामले की जांच CBI को सौंपी थी। न्यू शिमला थाना में दर्ज FIR को आधार बनाते हुए सीबीआई ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं, राज्य सरकार ने इस केस में प्रशासनिक जांच की जिम्मेदारी ओंकार शर्मा को सौंपी थी, जिनकी रिपोर्ट को भी अब एजेंसी गहनता से खंगाल रही है।