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कांगड़ा, 06 मई। पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर देशवासियों का गुस्सा दिखाने के लिए भाजपा विधायक विपिन परमार ने सोमवार को एक रैली की। रैली में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुटी तो परमार ने एसडीएम नूरपुर पर अपनी खीज उतार दी। बोले- सरकारें आती-जाती रहेंगी। लेकिन देश बचेगा तो आपकी अफसरशाही बचेगी।
इसी बीच कैमरे की ओर नजर पड़ते ही परमार का टोन बदल गया और वे धौंस जमाने के बजाय हिदायत देने की भाषा बोलने लगे। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में नूरपुर के एसडीएम चुपचाप सुनते नजर आ रहे हैं।
गिनती के कार्यकर्ता पहुंचे
विपिन परमार ने बचत भवन नूरपुर के पास अपने समर्थकों के साथ रोष मार्च और तिरंगा यात्रा निकाली थी। रैली में नूरपुर, इंदौरा, फतेहपुर तथा जवाली से हजारों भाजपा समर्थकों के आने की उम्मीद थी। लेकिन रैली के फ्लॉप होने का पता पार्टी के बड़े नेताओं को पहले ही चल गया था, सो रैली से उन्होंने भी दूरी बरती।
दूसरी ओर, रैली में गिनती के कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। इस बात से खीजे विपिन परमार ने रैली के दौरान ज्ञापन लेने के लिए कमरे से बाहर आए एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह को धौंस-धपट दे डाली। पूर्व मंत्री विपिन परमार ने उन्हें झिड़कते हुए कहा कि इतनी जल्दी भी क्या है? अगर आप जल्दबाजी दिखाएंगे तो हम और रास्ता अपनाने को बाध्य होंगे।
कैमरा देखकर बदले सुर
वायरल हुए वीडियो में परमार को यह कहते सुना जा सकता है कि सरकारें आती जाती रहेंगी, लेकिन अगर देश बचेगा तो आपकी अफसरशाही बचेगी। इसी बीच, जैसे ही मीडियाकर्मियों के माइक दिखे, परमार के सुर बदल गए। उन्होंने कहा कि देश आक्रोशित है, इसलिए हम भी आक्रोश में थे और आपको ठेस पहुंचाने की उनकी कोई मंशा नहीं थी। एसडीएम ने अपनी सफाई में कहा कि चूंकि उन्हें ज्ञापन दिया जा रहा था, इसलिए वे उसे लेने के लिए कमरे से बाहर आए। इसमें जल्दबाजी वाली कोई बात नहीं थी।
पहले मंत्री थे परमार
सुलह से विधायक विपिन सिंह परमार जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे थे। बाद में उन्हें मंत्री पद से हटाकर विधानसभा का स्पीकर बना दिया गया था। वह चार बार के विधायक हैं। वहीं, एसडीएम गुरसिमर सिंह 2020 बैच के आईएएस अफसर हैं।