हिमाचल : पटवारी और कानूनगो रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, विजिलेंस टीम ने की कार्रवाई

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धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में आज कई ऐसे अधिकारी हैं जो बिना पैसे लिए काम नहीं करना चाहते हैं। हालांकि समय समय पर ऐसे कर्मचारी विजिलेंस के हाथों रिश्वत लेते पकड़े भी जाते हैं। फिर भी इस तरह के मामले सामने आते ही रहते हैं। ऐसा ही एक मामला अब हिमाचल के कांगड़ा जिला से सामने आया है। यहां राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा ने एक पटवारी और कानूनगो को रिश्वत मांगते और लेते पकड़ा है।

कांगड़ा के इंदौरा का मामला

मामला कांगड़ा जिला के उपमंडल इंदौरा के सूरजपुर ब्लॉक से सामने आया है। यहां विजिलेंस की टीम ने फील्ड कानूनगो व पटवार सर्कल डमटाल में तैनात पटवारी (पुनर्नियोजन के आधार पर) को पांच और तीन हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। दोनों आरोपियों ने शिकायतकर्ता से भूमि के सीमांकन को लेकर रिश्वत की मांग की थी।

विजिलेंस की टीम ने की कार्रवाई

इन दोनों आरोपियों को आज शनिवार को राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा स्थित धर्मशाला की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संजीव कुमार, जो वर्तमान में सूरजपुर ब्लॉक में फील्ड कानूनगो के पद पर तैनात हैं, जबकि दूसरा  देशराज मौजूदा में डमटाल पटवार सर्कल में पुनर्नियुक्ति के तहत पटवारी के रूप में कार्यरत हैं। 

दरअसल इंदौरा निवासी भूरी सिंह ने दोनों के खिलाफ पुलिस थाना, राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा धर्मशाला में रिश्वत संबंधी शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि आरोपियों ने उससे भूमि के सीमांकन के बदले में रिश्वत की मांग की है।

शिकायतकर्ता की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को रिश्वत की मांग व स्वीकार करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। मामले की पुष्टि करते हुए राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कांगड़ा के एसपी बलवीर सिंह ने बताया कि कानूनगो और पटवारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए हैं। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 07 के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच जारी है।

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