न्यूज अपडेट्स
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से संगठनात्मक बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के बयान के बाद, जिसमें उन्होंने जिला अध्यक्षों की ताजपोशी की जल्द घोषणा की बात कही। जिसके बाद लगातार प्रदेश के कई नेता सक्रिय हो गए है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच ताजपोशी के लिए होड़ मच गई है, जिससे प्रदेश भर में उम्मीदों और सक्रियता में भी इजाफा हुआ है।
कांगड़ा जिला में बढ़ी सक्रियता
कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है, यहां के कार्यकर्ता और नेता अब संगठन में अपने ओहदे को लेकर सक्रिय हो गए हैं। इस जिले को लेकर यह चर्चा गर्म है कि क्या कांगड़ा को इस बार मंत्री पद मिल सकता है या फिर विभिन्न बोर्ड-निगमों में ताजपोशी का अवसर मिलेगा। कांगड़ा जिले में नई ताजपोशी की प्रक्रिया के चलते कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी हलचल मच गई है और हर कोई अपनी-अपनी सिफारिशों और संपर्कों के माध्यम से नए पद के लिए अपनी उम्मीदें जगा रहा है।
मंडी संसदीय क्षेत्र से भी दावेदार
बता दें कि मंडी संसदीय क्षेत्र से भी मंत्री पद के दावेदार काफी है। बता दें कि इस क्षेत्र से अभी सिर्फ एक ही मंत्री है, जो किन्नौर जिला से संबंध रखते है। क्योंकि जगत नेगी ट्राइबल एरिया से आते हैं जिस कारण ट्राइबल के वोट को संतुष्ट करने में सरकार कामयाब हो पाई है। मगर मंडी संसदीय क्षेत्र के कुल्लू जिला से भी मंत्री पद की आवाज गूंज रही है।
ओहदे की उम्मीद में बढ़ी सक्रियता
पिछले कुछ समय से प्रदेश कांग्रेस ने संगठन की कार्यकारिणी को भंग कर रखा था, जिसके कारण कई कार्यकर्ता बिना ओहदे के परेशान थे। लेकिन अब प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल के बयान ने कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया है। पुराने और नए कार्यकर्ता अब सक्रिय रूप से अपने-अपने नेता और पदाधिकारियों से संपर्क साधने में लगे हुए हैं। इसके अलावा, कुछ नेता जो चुनावों के दौरान पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभा चुके थे, अब अपनी भागीदारी को संगठन में ओहदा पाने के रूप में देख रहे हैं।
विभिन्न बोर्डों और निगमों की ताजपोशी का दबाव
प्रदेश में कई बोर्डों और निगमों में ताजपोशी पिछले लंबे समय से नहीं हो पाई है। इससे पार्टी के भीतर अंदर ही अंदर निराशा का माहौल बन गया था, लेकिन अब उम्मीदों का एक नया दौर शुरू हो गया है। प्रदेश कांग्रेस सरकार के दो साल से ज्यादा समय के बावजूद कार्यकर्ताओं की निराशा को दूर करने की कोशिशें तेज हो गई हैं।
नए पदाधिकारियों का चयन जल्द
कांग्रेस संगठन में नया नेतृत्व बनाने के लिए कांग्रेस अब जल्दी ही पदाधिकारियों की सूची का ऐलान कर सकती है। इसका असर प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं में देखा जा सकता है, जिनकी नजरें अब ताजपोशी की प्रक्रिया पर टिकी हैं। कार्यकर्ता ओहदा पाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं, ताकि पार्टी के नए नेतृत्व के साथ उनकी प्रतिष्ठा और स्थिति मजबूत हो सके।