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कांगड़ा। कहते हैं कि एक पिता के लिए बेटी का विवाह सबसे बड़ा सपना होता है, लेकिन ज्वालामुखी उपमंडल की ग्राम पंचायत गाहलियां निवासी राकेश कुमार (55) की बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदल गईं. माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा से जम्मू आ रही बस के खाई में गिरने से हुए हादसे में राकेश कुमार की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद रविवार को जीएमसी जम्मू में परिजनों को शव सौंप दिया गया था।
जानकारी के अनुसार, राकेश कुमार 1990-91 से बतौर बस चालक कार्यरत थे और एक अनुभवी एवं सुरक्षित चालक माने जाते थे. उनके खाते में कभी कोई सड़क दुर्घटना दर्ज नहीं थी, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा उनकी जिंदगी छीन ले गया।
बेटी की शादी की खुशियां मातम में बदलीं
राकेश कुमार के भाई संजय कुमार ने बताया कि परिवार बेटी की शादी की तैयारियों में व्यस्त था. अगले साल 4 फरवरी 2026 में बेटी की शादी रखी गई थी. लेकिन इस अनहोनी ने सब कुछ उजाड़ दिया. शादी की तैयारियों में जुटे परिवार ने सोचा भी नहीं था कि राकेश कुमार की बेटी की शादी से पहले उनके घर में अर्थी उठी है।
ग्राम पंचायत प्रधान ने की परिवार के लिए मदद की मांग
ग्राम पंचायत गाहलियां के प्रधान महिंद्र सिंह, उपप्रधान अनिल कुमार ने इस दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और परिवार के लिए गहरा आघात बताया. उन्होंने कहा कि राकेश कुमार के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं बचा है. उन्होंने प्रशासन और सरकार से परिवार को उचित मुआवजा देने और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की।
श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा से जम्मू आ रही एक बस अंधेरे में मांडा, राम के मोड़ों पर 30 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी. इस हादसे में बस चालक राकेश कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस में सवार 17 यात्री घायल हो गए. स्थानीय लोगों और पुलिस ने घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
प्रशासन से न्याय और मुआवजे की उम्मीद
राकेश कुमार अपने पीछे मां, पत्नी, तीन विवाहित बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं. सामाजिक संगठनों, ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से इस परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी मदद देने की मांग की है. वहीं ज्वालामुखी के विधायक संजय रत्न ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।