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बिलासपुर। स्थानांतरण के बाद जिला पुलिस की स्पैशल डिटैक्शन टीम ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए जिला की इस वर्ष की सबसे बड़ी चरस की खेप पकड़ने में सफलता हासिल की है। तीनों आरोपी नेपाली मूल के बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार जिला पुलिस की स्पैशल डिटैक्शन टीम ने कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर बलोह प्लाजा के नजदीक मल्ल्यावर संपर्क सड़क के पास नाका लगाया था तथा आने-जाने वाले वाहनों का निरीक्षण किया जा रहा था। इस दौरान कुल्लू की तरफ से एक कार नंबर डी.एल.5सी.जे-3249 आई। पुलिस ने संबंधित कार को निरीक्षण के लिए रोका। कार में 3 लोग सवार थे। जिसमें एक व्यक्ति व दो महिलाएं शामिल थीं।
पुलिस ने जब कार की पिछली सीट पर बैठी एक महिला के पैर के पास रखे बैग की तलाशी ली तो उससे भारी मात्रा में चरस पाई गई। इलैक्ट्राॅनिक तराजू पर जब इसका वजन किया गया तो यह 6.805 किलो चरस पाई गई। स्पैशल डिटैक्शन टीम ने तीनों आरोपियों काे चरस के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी इसे बेचने के लिए ले जा रहे थे। पुलिस आरोपियों से यह जानने का प्रयास कर रही है कि वह इसे कहां से लाए थे तथा इसे कहां बेचा जाना था।
आरेपियों की पहचान कार चालक 44 वर्षीय धनराज निवासी 5/90बी कुरींजी नगर, सुंडापलयम, डाकघर केएन पलयम कोयम्बटूर, 37 वर्षीय खिम कुमारी पत्नी रन बहादुर निवासी रिसीखोला जिला बागलुंड-नेपाल व 41 वर्षीय सानु माया पत्नी फुल बहादुर निवासी खनियाबास गाउंपालिका-2 -नेपाल के रूप में हुई है।
पुलिस की स्पैशल डिटैक्शन टीम ने आरोपियों को आगामी कार्रवाई के लिए थाना घुमारवीं पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस प्रवक्ता डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। मामले की आगामी कार्रवाई की जा रही है।