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शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजाैली स्थित मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण मामले में नया मोड़ आ गया है। गुरुवार को संजौली मस्जिद कमेटी अध्यक्ष लतीफ और कमेटी ने नगर निगम शिमला के आयुक्त को एक पत्र साैंपा है। मुस्लिम पक्ष ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर खुद अवैध निर्माण को हटाने की मांग की है।
लतीफ ने कहा कि हम सब एक है। एमसी कोर्ट के फैसले से पहले ही हम अवैध निर्माण को खुद हटा देंगे, यदि मंजूरी मिलती है। क्योंकि हमारी आपसी प्यार-मोहब्बत खराब नहीं होनी चाहिए। उधर, मामले में बुधवार को संजाैली में हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज शिमला व्यापार मंडल ने प्रदर्शन किया और आधे दिन के लिए बाजार बंद रखा।
जानें क्या है विवाद
3 सिंतबर को मल्याणा में हुई दो गुटों में मारपीट के बाद चिंगारी भड़की। 5 सिंतबर को संजौली में मस्जिद के बाहर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। 7 सिंतबर को नगर निगम आयुक्त कोर्ट में मस्जिद में हुए कथित अवैध निर्माण को लेकर सुनवाई हुई। इसमें वक्फ बोर्ड का पक्ष सुनने के बाद 5 अक्तूबर की तारीख दी गई। 7 सितंबर को ही हिंदूवादी संगठनों ने 11 सितंबर को संजौली में रैली निकालने और प्रदर्शन करने का आह्वान कर दिया था। लोगों ने धारा 163 लागू होने के बावजूद शांति भंग करते हुए प्रदर्शन किया। इस संबंध में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। कई लोहे की रॉड और डंडों से लैस थे। महिला पुलिस कर्मियों से अभद्रता की गई है। पथराव में छह पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं। सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराएं लगाई जा रही हैं। अब मुस्लिम पक्ष ने खुद ही मुस्लिम में अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए एमसी आयुक्त को पत्र साैंपा।
पुलिस ने पूरे प्रकरण की वीडियोग्राफी की है। इसमें लोगों को उकसाने वाले प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा रही है। जल्द एफआईआर में इनके नाम शामिल किए जाएंगे। - संजीव कुमार गांधी, एसपी, शिमला