आरटीआई की आड़ में क्रशर मालिकों को धमकाने तथा उनसे उगाही करने के मामले में एक आरटीआई एक्टिविस्ट को हिमाचल प्रदेश विजिलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने 25 लाख रुपए की राशि के साथ रंगे हाथों पकड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक ऊना का यह आरटीआई एक्टिविस्ट कई स्टोन क्रशरों तथा माइनिंग लीज होल्डर की आरटीआई लेता था और उनकी छोटी-छोटी खामियों को लेकर ब्लैकमेल करता था। लम्बे समय से आरटीआई एक्टिविस्ट की इस ब्लैकमेलिंग से परेशान थे।
सभी क्रशर मालिकों ने इसको लेकर उससे बात की तो उसने 75 लाख रुपए की डिमांड की। क्रशर प्रबंधक और लीज होल्डरों ने 25 लाख रुपए में सौदा तय किया और उसे हवाले किया। यह सारी डील चंडीगढ़ में हुई। इसकी सूचना विजिलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो ऊना को पहले ही पता चल गई थी और बाकायदा इसका जाल बिछाया गया था।
ज्यों ही यह राशि आरटीआई एक्टिविस्ट ने पकड़ी त्यों ही विजिलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे दबोच लिया। विजिलैंस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।