न्यूज अपडेट्स
ऊना। मैहतपुर के ट्रैवल एजेंट की कथित धोखाधड़ी का शिकार होकर विदेश में फंसा रायंसरी गांव का युवक आशीष घर लौट आया है। शुक्रवार को महर्षि वाल्मीकि श्री गुरु रविदास महासभा के पदाधिकारियों के साथ युवक मिनी सचिवालय में पहुंचा। जहां युवक ने वापस भारत लाने के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों का आभार व्यक्त किया। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह का आभार जताया।
आशीष ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मैहतपुर के एक एजेंट के पास उसने विदेश जाने के लिए फाइल लगाई थी। एजेंट ने पहले उसे थाईलैंड भेजा और कहा कि उसके सारे दस्तावेज वहीं मिलेंगे, लेकिन वहां उसे किसी माफिया को बेच दिया गया।
इसके बाद उसे पड़ोसी देश म्यांमार भेज दिया गया। जिन लोगों को उसे बेचा गया, वह एक बड़े माफिया से जुड़े थे। जिन्होंने उसके साथ लगातार मारपीट की, करंट लगवाए। खाने के लिए गाय, सूअर का मांस दिया गया। आशीष ने कहा कि उसने किसी तरह एजेंट से संपर्क किया तो उसने कहा कि तुम्हें अब भारत नहीं आने देंगे। तुम्हें यहीं मरना होगा। आशीष ने कहा कि अगर स्थानीय लोग, महर्षि वाल्मीकि श्री गुरु रविदास महासभा और स्थानीय प्रशासन के साथ मीडिया मामले को न उछालता तो वह लौटकर नहीं आ पाता।
आशीष ने कहा कि विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले इस माफिया का मुख्य आरोपी राजस्थान में बैठा है। इस माफिया के लोग विदेश में युवाओं को बेचकर उनके ऑर्गन निकाल लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे करीब 75 लोग और वहां फंसे थे। उनमें से आधे बेच दिए गए। कहा कि मुझे लेकर किए विरोध प्रदर्शनों के कारण ही भारत लौट पाया। वहां की आर्मी ने उसे रेस्क्यू कर रहे बैंकॉक भेजा और वहां से भारत रवाना किया गया। आशीष ने युवाओं से अपील की कि अगर किसी एजेंट के पास फाइल लगाते हैं तो उसकी पूरी जानकारी हासिल करें। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने कहा कि विदेश जाने से पहले युवा पूरी जांच परख करें। विदेशों में कई गिरोह नए लोगों को फंसाने की फिराक में रहते हैं।