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BJP की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हमारे सैनिक : नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी

Anil Kashyap
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न्यूज अपडेट्स 
जम्मू-कश्मीर के डोडा में मुठभेड़ में मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत चार जवानों के शहीद होने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्र को आड़े हाथों लिया. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को बार-बार हुई सुरक्षा चूक की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.

जिन्होंने भी यह किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि एक के बाद एक ऐसी भयावह घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक हैं. राहुल गांधी ने लिखा कि लगातार हो रहे ये आतंकी हमले जम्मू-कश्मीर के बिगड़े हालात को दर्शा रहे हैं. हमारे सैनिक और उनके परिवार बीजेपी की गलत नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं.

उन्होंने कहा, यह हर देशभक्त भारतीय की मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चूक की पूरी जिम्मेदारी ले और देश और सैनिकों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे….दुख की इस घड़ी में पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है. बता दें कि डोडा में हुआ एनकाउंटर कठुआ जिले के सुदूर माचेडी वन क्षेत्र में पिछले ही हफ्ते हुए हमले के बाद हुआ है. सप्ताह भर पहले सेना के एक गश्ती दल पर आतंकवादी घात लगाकर बैठे थे और इसमें पांच सैनिकों की जान चली गई थी जबकि कई घायल हो गए.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस पर कहा कि वह एक अधिकारी समेत चार बहादुर जवानों की शहादत से बेहद दुखी हैं. उन्होंने कहा- हमारा दिल हमारे बहादुरों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने भारत माता की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं घायलों के साथ हैं, और हम उनके शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करते हैं.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि अकेले जम्मू में पिछले 78 दिनों में 11 आतंकी हमले हुए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पो्सट किया कि यह बिल्कुल नया विकास है जबकि हमें राजनीतिक दलों से हटकर एक प्रभावी सामूहिक प्रतिक्रिया का प्रदर्शन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से सवाल किया जाना चाहिए कि उनके दावों का क्या हुआ.

बता दें कि ताजा गोलीबारी पिछले तीन हफ्तों में डोडा जिले के जंगलों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच तीसरी बड़ी मुठभेड़ थी. सुरक्षा बलों के सालों तक चले आतंकवाद का सफाया करने के बाद जम्मू क्षेत्र 2005 और 2021 के बीच अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रहा लेकिन पिछले महीने में आतंकवादी हमलों में तेजी देखी गई. इसमें एक तीर्थयात्री बस पर हमला भी शामिल है जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 40 घायल हो गए.

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