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शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम(HRTC) में कार्यरत कर्मचारी वर्दी के लिए सैलरी में से पैसे काटने के बाद प्रदेश सरकार से खफा हो गए हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि इतिहास में पहली बार सरकार ने वर्दी के लिए उनकी सैलरी से 735 रुपये की कटौती की है। यह नाराजगी हिमाचल पथ परिवहन निगम कर्मचारी संगठन इंटक की जिला स्तरीय बैठक में जताई है। इस बैठक की अध्यक्षता एचआरटीसी निगम कर्मचारी बबलू पंडित ने की। वहीं महिला इंटक अध्यक्ष आरती इस बैठक में विशेष रूप से मौजूद रही।
इस दौरान जिला कार्यकारिणी का भी गठन किया गया। जिसमें टेक सिंह को अध्यक्ष, बृजलाल को सचिव, लाल सिंह को महासचिव, प्रकाश चंद को कोषाध्यक्ष के रूप में चुना गया। यह बैठक सौली खड्ड स्थित एचआरटीसी वर्कशाप में आयोजित की गई। बैठक के दौरान एचआरटीसी चालकों और परिचालकों ने पेश आ रही समस्याओं को अध्यक्ष के समक्ष रखा।
चालकों और परिचालकों का कहना है कि सुक्ख सरकार एक ओर न तो उनका ओवर टाइम दे पा रही है, वहीं दूसरी ओर वर्दी के लिए उनकी सैलरी में कटौती कर रही है। साथ ही चालक और परिचालकों ने खटारा हो चुकी गाड़िया व एचआरटीसी में कर्मचारियों की कमी की समस्या भी प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखी।
प्रदेश अध्यक्ष बबलू पंडित ने बताया कि एचआरटीसी में कर्मचारियों की कमी होने के कारण चालकों परिचालकों पर अधिक वर्कलोड़ बढ़ रहा है। स्थापना के समय एचआरटीसी की बेड़े में 1600 के करीब बसें थी, लेकिन आज एचआरटीसी के पास 3400 के करीब बसें हैं। जिस कारण चालकों – परिचालकों को रेस्ट नहीं मिल रहा है। उन्होंने चालकों और परिचालकों को पेश आ रही समस्याओं के समाधान का आश्वासन देते हुए कहा कि सभी मांगों को प्रमुखता से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष रखा जाएगा।