न्यूज अपडेट्स
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में मंगलवार को स्टेट विजिलेंस व एंट्री करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दो मीडिया कर्मियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोप में पुलिस थाना विजिलेंस थाना धर्मशाला में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308 (2) और 3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शिकायत के अनुसार, एक आरोपी मृत्युंजय ने खुद को खबर आज तक चैनल का रिपोर्टर बताया और दूसरे आरोपी, राकेश भारद्वाज ने अजूबा गजब न्यूज़ चैनल के लिए काम करने का दावा किया। दोनों आरोपी व्यक्तियों ने धर्मशाला के दो स्कूलों के चेयरमैन से ₹50,000 की मांग की। उन्होंने चेयरमैन को धमकी दी कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे स्कूलों के बारे में झूठी और मानहानिकारक खबरें प्रकाशित करेंगे। शिकायतकर्ता ने तुरंत राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की धर्मशाला इकाई से संपर्क किया।
ब्यूरो ने शिकायत की सत्यता की जांच की और आरोपों की पुष्टि होने पर पुलिस थाना धर्मशाला में प्राथमिकी दर्ज की। इसके बाद, एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने योजना बनाकर दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने की रणनीति बनाई। आरोपी व्यक्तियों को तब पकड़ा गया, जब वे शिकायतकर्ता से पैसे ले रहे थे। प्रत्येक आरोपी के पास से ₹25,000 नकद और ₹25,000 का चैक बरामद किया गया। इस तरह दोनों ने कुल मिलाकर ₹50,000 की वसूली की थी। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस मामले की आगे की जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस प्रकार की जबरन वसूली के अन्य मामले भी इन दोनों से जुड़े हुए हैं। इस घटना ने मीडिया कर्मियों की नैतिकता और जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं और समाज में सच्चाई की खोज के महत्व को फिर से उजागर किया है।
आपको बता दें कि पहाड़ी प्रदेश में एक अरसे से डिजिटल मीडिया की आड़ में फर्जी पत्रकारों की बाढ़ आई हुई है। ऐसा भी बताया जाता है कि ये पत्रकार विज्ञापनदाताओं पर भी दबाव डालते हैं। विजिलेंस की ये कार्रवाई बेहद ही साहसिक व उम्दा मानी जा सकती है। राज्य के चप्पे- चप्पे से डिजिटल मीडिया को संचालित किया जा रहा है। हालांकि, सरकार भी अपने स्तर पर डिजिटल मीडिया पॉलिसी को लागू करने के अंतिम चरण में पहुंच गई है।