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मंडी, 13 दिसंबर : चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे बीती 13 अगस्त को पंडोह डैम के पास बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ था। यहां पर हाईवे का 100 मीटर से ज्यादा का हिस्सा जमींदोज होकर डैम में समा गया था। इस कारण 4 दिनों तक हाईवे पूरी तरह से बंद रहा था और बाद में डैम के पास एक वैकल्पिक मार्ग बनाकर इसे यातायात के लिए अस्थायी तौर पर बहाल किया जा सका था। चार महीने बीत जाने के बाद भी यहां पर क्षतिग्रस्त हुए नेशनल हाईवे को दुरूस्त नहीं किया जा सका है।
वहीं, पेमेंट का भुगतान न होने के कारण ठेकेदार ने भी काम को बंद कर दिया है जिससे अब काम के जल्द पूरा होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इस कारण स्थानीय लोगों और कुल्लू-मनाली की तरफ आने-जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पंडोह डैम से लेकर कैंची मोड़ तक वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है और इसे चौड़ा करके टायरिंग भी कर दी गई है।
स्थानीय निवासी रफीक, तारा चंद और हरि राम ने बताया कि वैकल्पिक मार्ग पर बड़े वाहन तंग सडक के कारण फंस जा रहे हैं जिस कारण लंबा जाम लग रहा है और लोगों को आने-जाने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन्होंने सरकार और प्रशासन से इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की गुहार लगाई है ताकि लोगों को बेहतरीन यातायात सुविधा मिल सके।
वहीं, जब इस बारे में डीसी मंडी अरिंदम चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त हाईवे की मरम्मत का 80 प्रतिशत से अधिक का कार्य पूरा कर लिया गया है। ठेकेदार और एनएचएआई के बीच पेमेंट को लेकर कुछ विवाद चल रहा है जिसके बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा लिया गया है। जल्द ही इस विवाद को सुलझाकर कार्य को दोबारा से शुरू करके जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।