प्रदेश में बीते दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के बीच हिमाचल पथ परिवहन निगम के 1007 रूट रद्द कर दिए गए हैं। वहीं 452 बसें जगह-जगह फंसी हुई हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना में पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग की कुल 4833 परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं।
इससे करीब 350 करोड़ का नुकसान दर्ज किया गया है। अग्निहोत्री ने कहा कि सबसे अधिक नुकसान पानी से जुड़ी परियोजनाओं को हुआ है क्योंकि यह परियोजनाएं नदी-नालों के समीप थी। वहीं सिंचाई, सीवरेज और बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह से उनकी बात हुई है। जिसमें उन्हें पता चला कि पीडब्ल्यूडी को प्रदेशभर में 250 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे अधिक नुकसान का कारण पुलों का बहना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता जानी नुकसान को रोकना है। इसके लिए हर क्षेत्र में राहत-बचाव कार्य लगातार जारी है।
केंद्र से मदद का आश्वासन
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है। स्वाभाविक है कि केंद्र को प्रदेश की मदद करनी है क्योंकि हर तरफ तबाही का मंजर है। सरकार लोगों की जान बचाने में जुटी हुई है। केंद्र ने मदद का आश्वासन दिया है।