हमीरपुर, 04 जून - डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर दिन शनिवार और वक्त सुबह के 11:15 बजे अल्ट्रासाउंड वार्ड के बाहर रोती गर्भवती महिला। रोने का कारण पूछा तो महिला बोली- अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ। अस्पताल के तीन चक्कर काट चुकी हूं। आज भी पर्ची पर लिखा है कि ऑनली वन डॉक्टर इज अवेलेबल। पर्ची पर अल्ट्रासाउंड के लिए अब अगली तारीख दी है। बार-बार सीढि़यों से आना-जाना पड़ रहा है। 12 बजे अल्ट्रासाउंड ओपीडी के पास मरीजों की भीड़ लगी थी। मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिस्ट विभाग में तीन चिकित्सक हैं। इनमें एक बीमार होने के कारण छुट्टी पर है।
एक अन्य डॉक्टर मनवीर सिंह ने गत दिवस अपनी इच्छा से सेवानिवृत्ति ले ली है। अब एक ही रेडियोलॉजिस्ट अस्पताल में है। ऐसे में एक दिन में 100 से अधिक अल्ट्रासाउंड करना मुश्किल हो गया है। मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें आगे की तारीख मिल रही है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में चिकित्सकों की नियुक्तियां नहीं हो रही हैं। कॉलेज प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने कहा कि एक चिकित्सक ने सेवानिवृत्ति ली है। रेडियोलॉजिस्ट विभाग में पद भरने के लिए सरकार को अवगत करवाया है। इसके लिए विज्ञापन भी निकाला है। प्रतिनियुक्ति पर भी चिकित्सक की नियुक्ति की जा सकती है।
धर्मपुर से आईं गर्भवती महिला अंजली ने कहा कि चौथी बार अस्पताल आई हूं। अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहा। महज अगली तारीख डाली जा रही है। इतनी दूर से बार-बार आना संभव नहीं हो पाता। धंगोटा से आईं नौ माह की गर्भवती महिला पूनम ने कहा कि अल्ट्रासाउंड होना है, लेकिन अस्पताल में अगली तारीख मिल रही है। इस माह अल्ट्रासाउंड होना अति आवश्यक है, लेकिन अब निजी अस्पतालों की तरफ ही रुख करना पड़ रहा है।
नादौन की निशा ने कहा कि उन्हें एक माह पूर्व अल्ट्रासाउंड की तिथि मिली थी। गर्भावस्था के नौवें माह में अल्ट्रासाउंड होना अति आवश्यक है। सुबह नौ बजे से अस्पताल में खड़ी हैं। दोपहर के एक बज गए हैं, लेकिन अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ है। सरकार को अस्पताल में चिकित्सकों की नियुक्तियां करनी चाहिए।
70 वर्षीय राजो देवी ने कहा कि पेट में दर्द होने के कारण अस्पताल में अल्ट्रासाउंड लिखा गया, लेकिन नहीं हो पा रहा। पर्ची पर अगली तारीख डाली जा रही है। ऐसे में बीमारी और बढ़ने का खतरा रहता है। समय पर बीमारी का ही पता नहीं चलेगा तो इलाज कैसे शुरू होगा। पत्नी का इलाज करवाने आए संजय ने कहा कि अल्ट्रासाउंड के लिए सुबह से कतार में लगे हैं। इधर, आपातकालीन वाले मरीज ही खड़े हैं, लेकिन इन्हें भी अल्ट्रासाउंड के लिए दिनांक मिल रही है। ऐसे में कैसे इलाज होगा।