बिलासपुर, 21 जून : जिला के कोठीपुरा में स्थित एम्स चिकित्सा संस्थान में महिला सुरक्षाकर्मियों के यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है। ख़बरों के प्रकाशन के बाद पुलिस ने अब मामले में व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। महिला सुरक्षाकर्मी ने मीडिया के समक्ष सुपरवाइजर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के लिए मानसिक दबाव बनाने के साक्ष्य पेश किए है। डीएसपी राज कुमार ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज होने की पुष्टि की है।
हैरानी की बात यह है कि पहले कंपनी प्रबंधन ने महिलाओं की बात को दबाने की कोशिश की इसके बाद पुलिस भी मामला दर्ज करने में कोताही बरत रही थी। कम्पनी द्वारा महिलाओं की आवाज को उठाने की बजाय दबाने का प्रयास किया गया। ट्रांसफर की धमकी देकर उनका मुंह बंद कर दिया गया।
दरअसल, बिलासपुर के कोठीपुरा में स्थित एम्स चिकित्सा संस्थान में आईएस नामक एक निजी कंपनी की महिला कर्मचारी ने अपने ही कंपनी के सुपरवाइजर पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि आरोपी उसे बार-बार कॉल करता था। इस दौरान वह उससे शारीरिक संबंध बनाने के प्रति मानसिक दबाव डालता था l जब उसने इस घृणित कृत्य करने से मना किया तो आरोपी उसे गंदी नियत से देखता रहता था। इसके बाद अकेला देख कर उसके प्राइवेट अंगों को स्पर्श करना शुरू कर दियाl इस संदर्भ में महिला ने अपनी तीन अन्य महिला सुरक्षाकर्मी साथियों से बातचीत की।
महिला ने बताया कि सुपरवाइजर सुभाष शर्मा उसके साथ अश्लील हरकतें कर रहा है l हैरानी की बात यह है कि सुपरवाइजर इन तीन महिलाओं के साथ भी ऐसा ही बर्ताव कर रहा था। आरोपी चारों महिलाओं को मोबाइल पर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाल रहा था। चारों महिला सुरक्षा कर्मियों ने इस संदर्भ में कंपनी प्रबंधन को शिकायत सौंपी। उच्च अधिकारियों ने सुपरवाइजर को कंपनी से निकाल दिया और महिलाओं से माफी मंगवाई। ये सारा घटनाक्रम अगस्त 2022 का है।
मामला शांत हो चुका था, लेकिन मामले ने एक बार तूल उस समय पकड़ लिया जब कुछ समय बीत जाने के बाद कम्पनी ने उसी व्यक्ति को दोबारा ड्यूटी पर बुला लिया। महिलाओं ने इसका विरोध किया तो कुछ महिला सिक्योरिटी गार्ड की ट्रांसफर कर दी गई। महिलाओं ने अपने ट्रांसफर पर विरोध जताया तो इसे भी दबाने के प्रयास किया गया और उनका यह कहकर मुंह बंद कर दिया गया कि यदि उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें भी ट्रांसफर किया जाएगा।
मामले को लेकर महिला सिक्योरिटी गार्ड ने प्रेस वार्ता कर आरोपी पर गंभीर आरोप जड़े। महिला का कहना है कि पुलिस ने भी पहले मामला दर्ज नहीं किया। इसके बाद महिला ने मुख्यमंत्री से मांग की कि व्यक्ति के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और व्यक्ति के खिलाफ महिला थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।