शिमला, 11 अप्रैल - हिमाचल पथ परिवहन निगम यानी एचआरटीसी घाटे के बावजूद मुफ्त सेवाओं पर सालाना 434 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। विधानसभा में डिप्टी सीएम की ओर से रखी गई प्रशासनिक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक वर्ष 2020-21 में एचआरटीसी ने 27 श्रेणियों के यात्रियों को मुफ्त यात्रा एवं विशेष छूट प्रदान करने में 433.84 करोड़ रुपए खर्च किए है। 31 मार्च, 2022 तक एचआरटीसी का घाटा 1707.11 करोड़ रुपए था।
अभी भी एचआरटीसी करोड़ों रुपए के घाटे में चल रहा है। इसके अलावा प्रदेश में शारीरिक रूप से विकलांग व उनके साथ एक अटेंडेंट की मुफ्त यात्रा पर काफी ज्यादा खर्च हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020-21 तक प्रदेश की महिलाओं को 25 प्रतिशत की छूट पर सरकार 20.67 करोड़ रुपए की राशि खर्च रहा है, जबकि वर्ष 2022 में सरकार इस छूट को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया है। ऐसे में एचआरटीसी द्वारा महिलाओं पर किए जाने वाले खर्च में बढ़ोतरी हुई है। महिलाओं को रक्षाबंधन, भाईदूज, जबकि मुस्लिम महिलाओं को भी एचआरटीसी ईद और बकरीद पर मुफ्त यात्रा करवा रहा है।
अभी तक नहीं भरे कोरोना के घाव
कोरोना काल में हुए नुकसान से एचआरटीसी अभी तक उभर नहीं पाया है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से पहले एचआरटीसी के 2930 रूट चलते थे, जबकि कोरोना के बाद एचआरटीसी 1657 रूटों पर ही बसें चला रहा है। इसके अलावा एचआरटीसी के 1473 रूट घाटे में चल रहे हैं। इससे एचआरटीसी को 82.42 करोड़ का घाटा उठाना पड़ रहा है।
किस श्रेणी की छूट पर कितना खर्च
श्रेणी खर्च (करोड़ में)
सरकारी स्कूल के छात्र 197.64
अन्य संस्थानों के छात्र 8.59
पब्लिक-प्राइवेट स्कूल के छात्र 1.65
प्रदेश व भारत सरकार के कर्मी 5.96
पुलिस स्टाफ 37.71
एमएलए/ एमपी+एक अटेंडेंट 0.42
स्वतंत्रता सेनानी+एक अटेंडेट 0.55
प्रेस संवाददाता 0.89
गेलेंटरी अवार्ड विजेता 1.97
सेना में शहीदों की विधवा 1.84
शारीरिक रूप से दिव्यांग 137.71
कैंसर,मल्टी फ्रेक्चर इंजरी मरीज 2.13
थैलेसीमिया मरीज 0.38
नेशनल अवार्डी शिक्षक 0.04
एचआरटीसी स्टाफ की विधवा 1.07
सचिवाल के सुरक्षा कर्मी 0.06
रक्षाबंधन-भाईदूज पर यात्रा 0.66
ईद-बकरीद पर महिलाएं 0.34
कुष्ठरोगी 0.35
इंटरव्यू के लिए मुफ्त यात्रा 0.14
केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र 1.46
केंद्रीय विद्याालय के छात्र 1.11
महिलाओं को 25 प्रतिशत छूट 20.67
दिव्यांग के साथ एक अटेंडेंट 12.69
कुल 433.83