बिलासपुर, 25 मार्च - हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने केंद्र की भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि देश मे लोकतंत्र "रेस्ट इन पीस" हो गया है। संदीप सांख्यान ने कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी की संसद से सदस्यता भंग किए जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एक जनमत से जीत कर आए थे और उन्हें लोंगो ने लोकसभा में देश के मुद्दों को उठाने के लिए भेजा था लेकिन देश की संसद में जिस तरह से उनकी सदस्यता रद्द की गई है उससे तो यही लगता है कि देश मे लोकतंत्र "रेस्ट इन पीस" हो गया है।
उन्होंने कहा कि प्रश्न यह नहीं है कि राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द की गई है, प्रश्न यह खड़ा हो गया है कि राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद करने के कारण क्या रहे। क्या राहुल गांधी ने "राफेल डील" पर खाई गई दलाली पर सवाल खड़े किए, क्या राहुल गांधी ने डिमोनेटाइजेशन का विरोध किया, क्या राहुल गांधी ने देश मे आमजनता के पैसे के दुरुपयोग पर सवाल खड़े किए, क्या राहुल गांधी देश की जनता पर लगाए गए अंधाधुंध कर "करनीति" का विरोध किया, क्या देश मे फैली माहमारी कोविड-19 के बचाव में सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े किए। अचानक एकदम से लॉक डाउन भयभीत करने वाला था, आज भी वह तस्वीरें भयभीत करती है, जिसमे लोग रोटी-इलाज को भी तरस गए थे।
क्या राहुल गांधी ने देश चंद व्यवसायियों को बेलआउट पैकेज दिए जाने का विरोध किया, क्या राहुल गांधी ने देश मे फैले भाजपा के भ्र्ष्टाचार "ऑर्गेनाइज्ड लूट" का विरोध किया, क्या राहुल गांधी ने व्यवसायी-"अडानी" समूह पर देश की सरकार पर मेहरबानी पर "संसद में चर्चा" और "जॉइंट पारलियामेंटरी कमेटी" बनाने की मांग कर डाली, क्या राहुल गांधी ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर खतरे को भांपते हुए आवाज उठाई, क्या जिसका पहला सबब संसद से उनकी सदस्यता भंग की गई, क्या राहुल गांधी ने लगातार बढ़ती तेल की कीमतों, गैस कीमतों और खाद्यान्नों की कीमतों के विरोध में आवाज उठाई। संदीप सांख्यान ने प्रश्न खड़े करते हुए कहा गया है कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष कि जिस तरह लोकसभा की सदस्यता को भंग किया गया है वह देश मे अघोषित आपातकाल है और देश का लोकतंत्र अपनी अंतिम सांस ले चुका है।