Bilaspur News: जल जनित रोगों के फैलने की आशंका के मद्देनजर एडवाइजरी जारी - डायरिया से बचाव के लिए करें उपाय : पंकज राय

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Bilaspur News: Advisory issued in view of the possibility of spread of water borne diseases - Take measures to prevent diarrhea: Pankaj Rai
Pankaj Rai : Photo

बिलासपुर 2 फरवरी -हमीरपुर जिला में डायरिया के फैलने के बाद जिला बिलासपुर में भी जल जनित रोगों, जिसमें हैजा, डायरिया-पेचिश और वायरल हेपेटाइटिस जैसी महामारी फैलने की आशंका के कारण आज जिला दण्डाधिकारी पंकज राय ने महामारी रोग अधिनियम धारा 1897 के तहत आदेश जारी किये हैं। 

आदेशानुसार जिला में धूल और मक्खियों के संपर्क में आने वाले खाद्य पदार्थों जिसमें अधिक पके हुए, सड़े, कटे फटे, खराब फलों और सब्जियों के बिक्री व वितरण पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। इसके अतिरिक्त ऐसे मिठाई, मांस, मछली, चाट बिस्कुट, दूध और अंडा सहित अन्य खाद्य पदार्थों व़़ पेयजल की बिक्री पर भी प्रतिबंध रहेगा जो कांच व अन्य आवरण से ढके ना हो। जिला में जीवाणु विज्ञानी विश्लेषक के प्रमाण पत्र के बिना बेचे जाने वाले बर्फ, आइसक्रीम के बेचने पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।

इसके अतिरिक्त बिना धुले बर्तनों, फटी हुई क्रॅाकरी, गंदे पानी के इस्तेमाल से बनने वाले पेय पदार्थों व खाद्य सामग्रियों को बेचने और ऐसा कोई भी व्यवसाय करने जिसके कारण जल जनित रोगों की फैलने की संभावना रहती है, पर पूर्णता प्रतिबंध रहेगा। इस आदेश का उल्लंघन करने पर आईपीसी की धारा 188 के तहत दंड दिया जाएगा।़

स्वास्थ्य विभाग मुख्य चिकित्सा अधिकारी डां0 प्रवीण कुमार उन्होंने बताया कि सभी ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ कर्मचारियों को जारी निर्देशों में कहा गया है कि वह जल जनित रोगों से बचाव के लिए हर कदम उठाएं ताकि किसी भी बीमारी के फैलने से रोका जा सके।

डायरिया से बचाव को करें ये उपाय

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डां0 प्रवीण कुमार ने डायरिया से बचाव के उपाय बताते हुए लोगों को पानी उबाल कर (कम से कम 10 मिनट तक उबला हुआ) पीने की सलाह दी है। इसके अलावा करीब 20 लीटर पानी में 0.5 ग्राम की क्लोरीन की एक गोली घोल कर 1 घंटे बाद उस पानी को पिया जा सकता है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि शौच के उपरांत हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं और नाखून साफ रखें। बिना ढके रखी और मक्खियां लगी खाने-पीने की चीजों का सेवन न करें। खुले में शौच व उलटी न करें। जल स्रोतों के पास शौच न करें। और न ही कपड़े धोएं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे उन जल स्रोतों का पानी न पीयें जहां का पानी दुषित पाया गया हो अथवा प्रयोग में आता हो। दस्त लगने पर ओ0आर0एस0 का घोल और जिंक की गोली का प्रयोग करें तथा तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान जाएं।

स्वच्छता की ओर दें विशेष ध्यान

सर्दियों की बारिश के बाद अमूमन डायरिया के मामले सामने आते हैं। प्रदूषित जल और गंदगी डायरिया के मुख्य कारणों में से एक हैं। उन्होंने जिले के लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने आस-पास सफाई का विशेष ध्यान देते हुए जल स्रोतों और पानी के टैंक को साफ रखें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मुख्य स्रोतों पर जल की स्वच्छता के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं लोग भी अपने घरों में जल भंडारण के पात्रों को साफ रखें और यदि लम्बे समय से पानी स्टोर किया गया है तो उसे फेंक कर टंकियों की सफाई कर लें।

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