शिमला, 27 सितंबर - दो दिन पहले एचआरटीसी परिचालक द्वारा बस में सफर कर रही बीमार लड़की के साथ किए गए व्यवहार व लापरवाही को लेकर विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है।
विभाग के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने मामले की छानबीन करके शीघ्र रिपोर्ट भेजने के आदेश क्षेत्रीय प्रबंधक बैजनाथ नितेश शर्मा को दिए हैं। वहीं दूसरी ओर इस मामले में पीड़िता लड़की के पिता ने बड़ा दिल दिखाते हुए विभाग से मांग की है कि आरोपी परिचालक को नौकरी से बर्खास्त न किया जाए, बल्कि उसे गलती का पूरा एहसास करवाया जाए, ताकि आगे से कोई भी चालक व परिचालक किसी भी यात्री के साथ इस तरह की लापरवाही न कर सके।
इसके बावजूद विभाग ने अपने स्तर पर कार्यवाही आरंभ कर दी है। इस खबर के बाद विभाग हरकत में आया वहीं आरोपी परिचालक को क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय बैजनाथ में तलब किया गया। उससे इस संबंध में पूछताछ की गई है। इसके अलावा बस के चालक को भी तलब किया गया है।
परिचालक को बैजनाथ से शिमला डिपो में ट्रांसफर कर दिया गया है। गौर हो कि 2 दिन पूर्व देहरादून बैजनाथ बस में सवार होकर पीड़िता लड़की चंडीगढ़ से अपने घर आ रही थी कि अंब नादौन मार्ग पर कलोहा गांव के निकट उसके पेट में दर्द होने लगा।
उसने परिचालक को शौच आदि जाने के लिए बस रोकने का आग्रह किया, परंतु परिचालक ने उसकी एक न सुनी और वह लड़की को इसी हालत में नादौन तक ले आया।नादौन बस अड्डा पर जब लड़की वॉशरूम गई तो परिचालक उसे यही छोड़ गया और बस को आगे ले गया।
इसके बाद नादौन में ही कार्यरत विभाग के ही कर्मचारी विपिन शर्मा ने लड़की की सहायता की तथा उसे सुरक्षित अगली बस में घर के लिए रवाना किया। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक बैजनाथ नितेश शर्मा ने बताया कि चालक और परिचालक दोनों से ही पूछताछ की जा रही है तथा मामले की विस्तृत रिपोर्ट विभाग के प्रबंध निदेशक को भेजी जाएगी। वहीं विभाग के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि छानबीन के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।