बिलासपुर, 28 सितंबर (अनिल कश्यप) - एचआरटीसी बिलासपुर डिपो का झंडूता से चंडीगढ़ और थुरान से परवाणू रूट लगभग पिछले तीन सालों से चल रहा है। परंतु अभी तक इन स्थानों पर एचआरटीसी के चालकों और परिचालकों के लिए रहने और खाने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है।
आपको बता दें की एचआरटीसी बिलासपुर का झंडूता से चंडीगढ़ रूट सुबह झंडूता से 4 बजे चलता है वैसे ही थुरान से परवाणू रूट थूरान से 4:30 बजे चलता है और वापसी में यह बसें रात्रि में लगभग 9:30 - 10 बजे के बाद ही अपने गंतव्य तक पहुंचती है।
जानकारी के अनुसार, इन रूटों को लगभग तीन साल से ज्यादा हो चुके है परंतु आज तक इन स्थानों पर एचआरटीसी के कर्मचारियों के लिए कोई रहने की व्यवस्था तक नहीं हो पाई है। तीन साल में भी रहने खाने की व्यवस्था नहीं हो पाना यह एक बड़ी शर्म की बात है वहां के जनता के नुमाइंदों के लिए भी यह शर्म की बात है। आपको बता दें झंडूता विधानसभा के विधायक जीत राम कटवाल है फिर भी व्यवस्था नहीं हो पाना अपने आप में एक बहुत बड़ा प्रश्न है।
आप सभी जानते है, जैसे यात्री बसों में सफर करके थक जाते है वैसा ही चालक और परिचालकों का भी जीवन है यदि उन्हें रहने की व्यवस्था तक नहीं हो पाए तो ऐसे विकास का कोई मतलब नहीं रह जाता है।