परिचालकों ने निगम प्रबंधन के रवैये को लेकर नाराजगी जताई है। वेतन विसंगति को दूर करने की मांग की जा रही है। मांग है कि परिचालकों को अन्य विभागों के लिपिकों की तरह वेतन दिया जाना चाहिए।
पदाधिकारियों ने कहा कि 11 जुलाई तक गेट मीटिंग की जाएगी। इससे पहले सरकार ने मांग को पूरा नहीं किया तो मजबूरन ही आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।