बीते दिन भी एक शिकायत निगम मुख्यालय पहुंची थी, जिसमें सवारी ने स्वयं वीडियो बनाकर निगम को भेजा था और बताया कि ऊना के गौतम ढाबे में जहां अक्सर एचआरटीसी की बस यात्रियों को भोजन करवाने के लिए रुकती है, वहां यात्रियों को महंगा खाना दिया जा रहा है।
और ढाबों की लिस्ट भी तैयार
एचआरटीसी के प्रदेश भर में चिहिन्त ढाबों में यात्रियों को सुविधा न देने और महंगा खाना देने पर निगम प्रबंधन सख्त हो गया है। इसी कार्रवाई में प्रदेश के अन्य ढाबों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा, जिसकी लिस्ट भी निगम प्रबंधन ने तैयार कर दी है। ब्लैकलिस्ट किए जाने के निर्देश जल्द जारी होंगे।
ये हैं एचआरटीसी के चिहिन्त ढाबों में थाली के रेट
ऑर्डिनरी बस | थाली 70 रुपए |
डीलक्स बस | 150 रुपए + पनीर व स्वीट |
चाय | 10 रुपए |
समोसा | 10 रुपए |
एचआरटीसी बस यात्रियों को खराब व गुणवत्ता वाला खाना न देने पर प्रबंधन ने पहले भी 5 ढाबा मालिकों के लाइसैंस रद्द किए थे, जिसमें प्रबंधन ने हरियाणा के करनाल स्थित एक ढाबे को भी ब्लैकलिस्ट किया था। वहीं इनके साथ ग्रीन वैली करनाल, राधिका ढाबा ऊना, भौजी ढाबा अंब, तेजू ढाबा नैहरियां और मामा रसोई ब्रह्मपुखर को ब्लैकलिस्ट किया था। इन ढाबों पर आज भी बसें नहीं रुकती हैं। वहीं निगम ने एक बार फिर से ढाबों पर शिकंजा कसा है।
एचआरटीसी बसों के रुकने वाले ढाबों में मिल रही शिकायतें
प्रदेश के विभिन्न रूटों पर जाने वाली बसें निगम द्वारा निर्धारित ढाबों पर खड़ी होती हैं, लेकिन निगम को प्रदेश के विभिन्न जिलों से ढाबों से शिकायतें मिल रही हैं कि कई ढाबों में सुबह के समय जब बसें रुकती हैं तो ताजा परांठा नहीं दिया जा रहा है। पहले से अधपक्के परांठे को घी लगाकर गर्म कर दिया जा रहा है। वहीं ढाबों में खाने में गुणवत्ता भी सही नहीं है और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। वहीं कई जगहों पर यात्रियों से सही तरीके से व्यवहार भी नहीं किया जाता है।
क्या बोले एचआरटीसी के अधिकारी
एचआरटीसी के जीएम पंकज सिंघल ने बताया कि ऊना जिले के तहत आने वाले गौतम ढाबे में एचआरटीसी की बसें यात्रियों को भोजन करवाने के लिए रुकती हैं। इस ढाबे से शिकायत मिल रही थी कि यहां महंगा खाना दिया जा रहा है और निगम द्वारा निर्धारित रेट पर थाली नहीं मिल रही है। ऐसे में ढाबे को ब्लैक लिस्ट किया है। वहीं शिमला भराड़ी मार्ग पर भी ढाबों से इस तरह की शिकायतें आई हैं। इन्हें भी ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी है।