रिपोर्ट्स के मुताबिक टेलीकॉम कंपनियां वित्त वर्ष 2022-23 में की दूसरी तिमाही में टैरिफ प्लान में 20 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती हैं। मतलब जून 2022 से टेलिकॉम कंपनियां ग्राहकों पर महंगे रिचार्ज प्लान का बोझ डाल सकती हैं।
घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक रिपोर्ट में कहा गया कि टेलिकॉम इंडस्ट्री के लिए नेटवर्क और स्पेक्ट्रम में निवेश करने के लिए प्रति यूजर औसत रेवेन्यू में बढ़ोतरी करना जरूरी हो जाता है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो टेलिकॉम सर्विस की क्वॉलिटी खराब होने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021-22 में प्रति यूजर औसत राजस्व (एआरपीयू) में पांच प्रतिशत की धीमी बढ़ोतरी हुई थी। लेकिन साल 2022-23 में 15-20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की उम्मीद कायम है।
बता दें कि देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनियों जैसे रिलायंस जियो (Reliance Jio), एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन-आइडिया (Vi) ने 6 माह पहले ही दिसंबर 2021 में टैरिफ प्लान की कीमतों में 20 से 25 फीसदी का इजाफा किया था। ऐसे में अगर जून में टैरिफ प्लन में इजाफा होता हैं, तो यह 6 माह में होने वाली दूसरी बढ़ोतरी होगी।