बागवानी के लिए विख्यात कुल्लू घाटी में सेब की फसल तैयार होने वाली है। जुलाई के मध्य में सेब सीजन शुरू हो जाएगा। इसके लिए बागवानी विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सेब सीजन के लिए बागवानों को विभागीय अनुदान पर क्रेट दिए जा रहे हैं। 33,000 क्रेट की खेप कुल्लू पहुंच गई है। किसानों को 181 रुपये प्रति क्रेट मिलेगा। क्रेट लेने के लिए बागवानों को उद्यान कार्ड लाना जरूरी होगा। एक कार्ड पर दस क्रेट मिलेंगे।
जिला कुल्लू में इस बार सेब की बंपर फसल होने का अनुमान है। बागवान सेब तुड़ान से पहले अपने स्तर सेब सीजन की तैयारियां में जुट गए हैं। इसके लिए जरूरी चीजें जुटाई जा रही हैं। इनमें खासकर प्लास्टिक के क्रेट और किल्टे प्रमुख हैं। बागवानों को क्रेट उद्यान विभाग उपलब्ध करवा रहा है।
इसके लिए 33,000 क्रेट विभाग के पास पहुंच गए और इसका आवंटन भी शुरू दिया है। इनमें 10,000 क्रेट जिले के बाह्य सराज आनी और निरमंड भेजे गए हैं। एक क्रेट पर विभाग 134 रुपये का अनुदान दे रहा है। उद्यान विभाग कुल्लू के उपनिदेशक डॉ. बीएम चौहान ने कहा कि विभाग बागवानों को सब्सिडी पर क्रेट दे रहा है। इस साल 33,000 क्रेट की खेप पहुंची है। इनका वितरण शुरू कर दिया है। बागवानों को उद्यान कार्ड लाना होगा। हर कार्ड पर दस क्रेट दिए जाएंगे।
40 फीसदी बागवान क्रेट में बेचते हैं सेब
बागवानी में सेब बेचने का तरीका बदलने लगा है। पहले बागवान सेब पेटियों में ही पैक करते थे, मगर स्थानीय मंडियों का विस्तार होने से बागवान अब क्रेट में सेब बेचने को तरजीह दे रहे हैं। जिले में 30 से 40 फीसदी बागवान स्थानीय मंडियों में सेब क्रेट में बेचने के लिए लाते हैं। इससे बागवानों को करीब 200 रुपये का फायदा होता है। बागवान मान सिंह, लीला चंद तथा दलीप ने कहा कि क्रेट में सेब बेचना फायदा का सौदा रहता है।