गनीमत रही कि अति व्यस्त राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर उस समय आवाजाही कर रहे वाहन इसकी चपेट में नहीं आए। वृक्ष गिरने से मार्ग पर यातायात अवरुद्ध हो गया। सूचना मिलने पर यातायात पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तथा स्थानीय लोगों के सहयोग से पेड़ को हटाकर यातायात को सुचारू बनाया।
राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर कई जगह अनेक वृक्ष ठूंठ बन चुके हैं जिनके कटवाए जाने की दरकार है। हालांकि प्रशासन द्वारा ऐसे कई पेड़ों को कटवाया गया है परंतु अभी भी कई पेड़ खतरनाक साबित हो रहे हैं। राष्ट्रीय मार्ग पर 2 दिन पूर्व ही जल शक्ति विभाग विश्रामगृह के समीप तेज हवाओं के कारण एक वृक्ष गिर गया था।
इसी तरह गत 16 अप्रैल को भी विज्ञान केंद्र के समीप भार-भरकम पेड़ की शाखा की चपेट में आने से कृषि विश्वविद्यालय में तैनात एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर 61 मील से 78 मील तक प्रशासन व लोक निर्माण विभाग द्वारा लगभग 4 वर्ष पूर्व खतरनाक हो चुके वृक्षों को चिन्हित किया गया था।