शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए दोनों विश्वविद्यालयों की संयुक्त प्रवेश परीक्षा तय शेड्यूल के अनुसार ही होगी। इसकी जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला को सौंपी गई है।
प्रवेश परीक्षा से लेकर परिणाम घोषित करने, काउंसलिंग और सीट आवंटन की जिम्मेदारी भी प्रदेश विवि पूरी करेगा। प्रवेश परीक्षा और परिणाम घोषित करने पर दोनों विवि में सहमति बनी है। प्रदेश विवि शिमला की प्रवेश परीक्षा शाखा ने इसकी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। प्रवेश परीक्षा के लिए 20 मई तक परीक्षार्थियों को रोलनंबर ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध हो जाएंगे।
प्रदेश के दो सरकारी के साथ कुल 75 बीएड कॉलेजों/संस्थानों की करीब 7,800 सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। इसके लिए पहली बार आवेदन करने वालों का आंकड़ा 21,330 पार कर गया है। विवि के जन संपर्क अधिकारी डॉ. रणवीर वर्मा ने माना कि दोनों विवि के तहत आने वाले सभी 75 संस्थानों के लिए प्रदेश विवि शिमला ही प्रवेश परीक्षा करवाएगा। काउंसलिंग का शेड्यूल अलग से तय कर जारी किया जाएगा।
एचपीयू से 40, मंडी से संबद्ध होंगे 35 बीएड संस्थान
प्रदेश में दो राज्य विश्वविद्यालय बनने के साथ एचपीयू शिमला से संबद्ध विश्वविद्यालयों को भी विभाजित कर दिया गया है। बीएड संस्थानों को जिलों के हिसाब से बांटा जाएगा। फिलहाल, सभी की संबद्धता एचपीयू के साथ रहेगी। भविष्य में कॉलेज बंट जाएंगे और सरदार पटेल विवि में गए जिलों के बीएड कॉलेजों की वहीं से संबद्धता होगी। एचपीयू में 40 बीएड संस्थान आएंगे, जबकि मंडी विवि से 35 संस्थान संबद्ध होंगे।
एचपीयू से 40, मंडी से संबद्ध होंगे 35 बीएड संस्थान
प्रदेश में दो राज्य विश्वविद्यालय बनने के साथ एचपीयू शिमला से संबद्ध विश्वविद्यालयों को भी विभाजित कर दिया गया है। बीएड संस्थानों को जिलों के हिसाब से बांटा जाएगा। फिलहाल, सभी की संबद्धता एचपीयू के साथ रहेगी। भविष्य में कॉलेज बंट जाएंगे और सरदार पटेल विवि में गए जिलों के बीएड कॉलेजों की वहीं से संबद्धता होगी। एचपीयू में 40 बीएड संस्थान आएंगे, जबकि मंडी विवि से 35 संस्थान संबद्ध होंगे।
इन शहरों में होंगे बीए प्रवेश परीक्षा केंद्र
27 मई को बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 15 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें अंब, बिलासपुर, नाहन, चंबा, पालमपुर, धर्मशाला, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा, शिमला और सुंदरनगर शामिल हैं।
27 मई को बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 15 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें अंब, बिलासपुर, नाहन, चंबा, पालमपुर, धर्मशाला, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा, शिमला और सुंदरनगर शामिल हैं।