और तो और विधायक के संबोधन में जेपी नड्डा ने कोई अपील या फिर चुनावी हुंकार तक नहीं भरी। यही नहीं, हिमाचल के लिहाज से भी जेपी नड्डा ने सिर्फ वैक्सीनेशन और स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर जयराम सरकार के जुबानी सर्टिफिकेट ही दिया। साफ तौर पर कहें तो जेपी नड्डा के बयान ज्यादा देश दुनिया, पुरानी सरकारों को लेकर ही थी।
इससे पहले चुनाव के लिहाज से माना जा रहा था कि भाजपा ने जेपी नड्डा के कद का सहारा नगरोटा बगवां में जीएस बाली के इमोशनल आंधी का रुख देखते हुए लिया है। यही वजह है कि एक शादी कार्यक्रम में आ रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम को पार्टी द्वारा रैली के तौर पर तब्दील कर दिया गया।
हालांकि इस रैली में नगरोटा बगवां विधानसभा का ज्यादा रिस्पॉन्स न होकर पूरे हिमाचल प्रदेश का रहा। लेकिन बात जब नगरोटा विधानसभा क्षेत्र की विकास और मौजूदा विधायक की आई तो इस कोई बयान सामने नहीं आया। यानी साफ कहें तो चुनाव से पहले भाजपा की दम दिखाने की कोशिश नाकाम रही है।